देश में गणेश उत्सव को लेकर धूम मची हुई है. भक्तगण भगवान गणेश के स्वागत के लिए जम कर तैयारियां कर रहे हैं. बाजारों में रौनक देखी जा रही है .पूजा-पाठ से जुड़ी सामग्री की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है. लोग अपनी तैयारियों और खरीददारी को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. आगामी 2 सितंबर से शुरू होने वाला गणेश उत्सव 12 सितंबर को अनंत चतुर्दशी तक चलेगा.
तो वहीं जानकारों का कहना है कि गणेश उत्सव के दौरान मिट्टी से बने गणेश की प्रतिमा का पूजन करना चाहिए. जो कम खर्चीला होने के साथ ही पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है.साथ ही इसे आप घर पर ही बना सकते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं घर पर ही मिट्टी से गणेश प्रतिमा बनाने के तरीके.
इसके लिए सबसे पहले गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान आदि के बाद मिट्टी को पानी से गूथ लें और फिर इसी मिट्टी से गणेशजी की मूर्ति बनाएं और उसे धुप में सूखने के लिए रख दें.जिसके बाद अगर आप चाहें तो गणेश जी की प्रतिमा पर सिन्दूर लगा सकते हैं. या फिर शुद्ध घी और सिंदूर मिलाकर श्रृंगार कर सकते हैं. गणेश प्रतिमा का भली भांति श्रंगार करने के बाद गणपति को जनेऊ पहनाएं. और फिर उन्हें घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में स्थापित कर दें. फिर उसके बाद विधि विधान से उनकी पूजा करें और अनन्त चतुर्दशी को उन्हें विसर्जित कर दें. लेकिन इस दौरान आपको कुछ चीजों का ध्यान अवश्य रखना होगा. खासकर साफ़ सफाई का.
जानकर बताते हैं कि गणेशजी के साथ ही शिव-पार्वती की भी रोज पूजा करनी चाहिए. साथ ही शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल और चांदी के लोटे से दूध चढ़ाने से पूजा सफल मानी जाती है. जबकि श्रीगणेश को और शिवजी को तुलसी अर्पण करने से बचने की सलाह दी जाती है. गणेश चतुर्थी में गणपति की पूजा के दौरान भक्तों को ऊँ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए.