फोर्टिस हेल्थकेयर ने मंगलवार को जानकारी देते हुए कहा कि उसे मणिपाल हेल्थ एंटरप्राइजेज कंपनी का एक नॉन-बाइंडिंग ऑफर मिला है, इस ऑफर को फोर्टिस हेल्थकेयर ने स्वीकार कर लिया है. इस ऑफर के तहत फोर्टिस हेल्थकेयर अपना अस्पताल का कारोबार मणिपाल एंटरप्राइजेस प्राइवेट लिमिटेड को बेच देगी.
बता दें कि फोर्टिस हेल्थकेयर को यह ऑफर 23 मार्च 2018 को मिला था. जिस अब स्वीकार कर लिया गया है. इसके बाद मणिपाल एंटरप्राइजेस प्राइवेट लिमिटेड राजस्व के मामले में देश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता बन जाएगा.
इससे पहले फोर्टिस हेल्थकेयर ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को एक अनसॉलिसिटेड नॉन-बाइंडिंग इंडिकेशन मणिपाल हेल्थकेयर एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से मिला था, जिसमें कंपनी के साथ संभावित ट्रांजैक्शन में दिलचस्पी दिखाई गई है.
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फोर्टिस के हर 100 शेयर्स पर शेयरधारकों को मणिपाल हॉस्पिटल्स के 10.83 शेयर्स मिलेंगे. फोर्टिस ने बताया है कि सौदे के पूरा होने के बाद संयुक्त कंपनी का निर्माण किया जाएगा. गुरुग्राम के अस्पताल फोर्टिस ने यह भी कहा है कि उसने मणिपाल हॉस्पिटल्स को डायग्नॉस्टिक चेन एसआरएल लिमिटेड के 20 फीसद हिस्से की बिक्री की भी मंजूरी दे दी है. इसके लिए फोर्टिस को 700 करोड़ रुपये मिले हैं.
मणिपाल हॉस्पिटल्स पब्लिक ट्रेडिड कंपनी होगी और इसे नेश्नल स्टॉक एक्सचेंज व बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध किया जाएगा. हालांकि इसका फोर्टिस हेल्थकेयर के साथ शेष कारोबार इंवेस्टमेंट होल्डिंग कंपनी का होगा जिसका एसआरएल में 36.6 फीसद हिस्सा होगा.
डॉक्टर रंजन पाइ और अमेरिका की निजी इक्विटी फर्म टीपीजी कैपिटल (जो कि मणिपाल अस्पताल में वर्ष 2015 से शेयरधारक है) मणिपाल हॉस्पिटल्स में 3900 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे ताकि एसआरएल में 50.9 फीसद हिस्से के अधिग्रहण को फाइनेंस किया जा सके। संयुक्त कंपनी के निर्माण के बाद देशभर में इसके 4200 डॉक्टर, 9300 नर्स और 11400 अन्य कर्मचारी हो जाएंगे.
गौरतलब है कि फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर्स पर बाजार नियामक सेबी और मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स जांच कर रहे हैं.