क्रेडिट रेटिंग एजेंसी FITCH ने लोकसभा चुनाव से पहले पेश होने वाले बजट को लेकर सरकार को कड़ी चेतावनी दी है जिसमें कहा गया है कि अगर बजट आम इंसान को मद्देनज़र पेश किया जाएगा तो इससे सरकार को जबरदस्त घाटा हो सकता है और ऐसे में सरकार लगातार दूसरी बार राजकोषीय घाटे के लक्ष्य से चूक सकती है।
शुक्रवार को सरकार जो अंतरिम बजट पेश करने जा रही है उससे पहले ऐसा माना जा रहा है कि ये बजट आम मिडिल क्लास के लिए काफी बेहतरीन होने वाला है और ऐसे में सरकार अपने लक्ष्य को पूरा करने से चूक सकती है.
फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘नए खर्च के जरिए मतदाताओं को आकर्षित करने का दबाव है। विशेषकर ग्रामीण और छोटे कारोबारियों का। सरकार पर खर्च करने का दवाब इसलिए बढ़ा हुआ है क्योंकि बीजेपी अगले आम चुनाव में अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से विश्वस्त नहीं है।’
इस रिपोर्ट के मुताबिक़ लोगों को बीजेपी सरकार से काफी गुस्सा है जिसे शांत करने के लिए बीजेपी सरकार अब बजट में अपने मिडिल क्लास वोटर्स के लिए कुछ ख़ास लेकर आएगी जिससे सीधे तौर पर उनतक फायदा पहुंच सके साथ ही अगर वोटर्स इस बजट से खुश हो जाते हैं तो इसका फायदा लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार को भी मिलेगा लेकिन फिच की रिपोर्ट आने के बाद देखना ये होगा कि सरकार ने किस तरह से अपने बजट का निर्माण किया है. आपको बता दें कि सरकार ने अगर पीपुलिस्ट बजट तैयार किया होगा तो इसका नुक़सान उसे राजकोषीय घाटे के रूप में झेलना पड़ सकता है और पहले से भी सरकार टैक्स में आई कमी की वजह से घाटा झेल रही है.