स्वास्थ्य विभाग पटना नगर निगम क्षेत्र में जिन्दा मछली की बिक्री, भंडारण व व्यापार परिवहन पर प्रतिबंध हटाने पर विचार करेगा. विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी.
प्रधान सचिव ने कहा कि अभी जिंदा मछली से प्रतिबंध हटाने को लेकर किसी प्रकार का कोई सुझाव या ज्ञापन नहीं मिला है. राज्य सरकार ने प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सभी पहलुओं पर विचार कर सभी प्रकार कि मछलियों की बिक्री को बंद करने का निर्णय लिया है. उन्होंने पुन: कहा कि जीतिव एवं मृत सभी मछलियों में मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तत्व पाए गए हैं.
रोजाना एक करोड़ 10 लाख का होता है थोक कारोबार
संघ के अनुसार पटना में रोजाना आंध्रप्रदेश से 72 टन, बिहार के विभिन्न जगहों से छह टन, बंगाल से पांच टन और पंजाब, यूपी एमपी व हरियाण से दो टन मछलियां आती हैं. पटना में बिकने वाली मछलियों का थोक कारोबार रोजाना एक करोड़ 10 लाख का होता है. ऐसे में 15 दिनों तक मछलियों की बिक्री पर रोक से राजधानी में लगभग 17 करोड़ का कारोबार प्रभावित होगा. दूसरी और आने वाले मछलियों के ऑर्डर भी कारोबार रद्द कराने में लगे हैं.