भोपाल। सरकारी व्यवस्थाओं के लिए नजरें उठाए इंतजार करना किसी बड़े नुकसान की वजह न बन जाए, इस धारणा और मंशा के साथ अब कई सामाजिक संगठन सेवा के लिए आगे आने लगे हैं। किसी ने लोगों की बीमारी की स्थिति जांचने की जिम्मेदारी उठाई है तो किसी ने जरूरतमंदों को इलाज की आसानी मुहैया कराने की मुहिम छेड़ दी है। कुछ संगठन बीमारी से बड़ी खाने की जरूरत को पूरा करवाने में जुट गए हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कोरोना संक्रमण की चैन को तोडऩे के लिए भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग अभियान प्रारंभ किया है। अभियान के पहले दिन रविवार को सुबह 8 से 11 बजे तक आकृति ग्रीन में डॉक्टर्स की टीम के साथ स्वयंसेवकों ने रहवासियों, चौकीदारों एवं कामकाजी महिलाओं की स्क्रीनिंग और कोरोना का रैपिड टेस्ट किया। रैपिड टेस्ट में तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिन्हें डॉक्टर ने आवश्यक परामर्श दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग के संघचालक डॉ. राजेश सेठी ने बताया कि इस समय देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसी परिस्थिति में समाज को अपना उत्तरदायित्व निभाना चाहिए।उन्होंने बताया कि संघ के स्वयंसेवक अभी उन क्षेत्रों में स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का काम करेंगे, जहाँ संक्रमण अधिक नहीं फैला है। यह इसलिए ताकि वहाँ संक्रमितों की पहचान करके, कोरोना संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सके। भोपाल विभाग के सह-बौद्धिक प्रमुख नीरज पाण्डेय ने बताया कि भोपाल में संघ की ओर से अनेक प्रकार के सेवा एवं सहायता कार्यों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें कोरोन्टाइन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर, हेल्पलाइन सेंटर, प्लाज्मा एवं रक्त दान और भोजन वितरण के कार्य शामिल हैं। संघ के स्वयंसेवक प्रशासन को भी सहयोग कर रहे हैं। अस्पतालों में भी मरीजों एवं उनके परिजनों को विभिन्न प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
बेड के लिए भटकना न पड़े…
अपने मरीज को लेकर चिंतित लोगों को बड़ी परेशानी अस्पताल में बेड की उपलब्धता को लेकर हो रही है। शहर भर से भटकने वाले और आसपास के ग्रामीण इलाकों से आने वाले लोगों को इस मुश्किल से निजात दिलाने
अकरम खान और निलोफर मिर्जा की जोड़ी इंदौर शहर की सड़कों पर है। दो लोगों की इस आर्मी ने अपना सिर्फ एक लक्ष्य तय कर रखा है, परेशान लोगों को बेड दिलवाना। अकरम और निलोफर की जोड़ी अस्पतालों में जाकर मरीजों की सेवा पहले से करते आए हैं। गोगावां की एक महिला को ब्रेस्ट केंसर था। उसका ऑपरेशन इन्होंने पिछले दिनों एक जगह कराया था। कोविड के कारण उसकी कीमोथैरेपी नहीं हो पा रही थी और वो महिला तकलीफ में थी। इन्होंने अपनी कोशिश से अस्पताल में कीमोथैरेपी कराई। इसके अलावा भी हर दिन कई लोगों को जरूरत की दवा से लेकर अस्पताल की व्यवस्थाएं मुहैया कराने में इस जोड़ी को सफलता मिली है। अकरम और निलोफर लोगों की दुआओं को सबसे बड़ा ईनाम और अपनी असल कमाई बताते हैं। उनका कहना है कि किसी की मदद करके जो सुकून हासिल होता है, वह तसल्ली किसी काम से नहीं मिल सकती।
सार्थक कर रहा भोजन व्यवस्था
नगर निगम भोपाल की सहयोगी संस्था सार्थक द्वारा शहर के ऐसे समूह, जो प्रतिदिन काम कर अपने भोजन व्यवस्था करते हैं, को लक्ष्य मानकर दरिद्र नारायण भोज्य सेवा प्रारंभ की गई है।संस्था द्वारा लक्ष्य समूह कचरा बीनने वाले परिवार, ठेला चलाने वाले, बलून बेचकर कर कार्य करने वाले ऐसे 536 परिवारों को लक्ष्य मानकर प्रतिदिन भोजन दिया जा रहा है। 2 किसानों के माध्यम से वर्तमान में उपरोक्त कार्य क्रियान्वित किया जा रहा है। टीम लीडर नासिर मदनी तथा आजम खान द्वारा अतिथियों का संचरण कार्य किया जा रहा है। साथ में भदेश्वर नाथ एवं इम्तियाज अली द्वारा संपूर्ण कार्य योजना बनाते वितरण का कार्य व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है। प्रत्येक परिवार को उसके घर पर जाकर भोजन पैकेट वितरित किए जाते हैं, जिसमें करोना संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है। सार्थक संस्था के इम्तियाज अली ने बताया कि संस्था द्वारा काढ़े के पैकेट भी उपरोक्त परिवारों को दिए जा रहे हैं। जिससे इन परिवारों में संक्रामक बीमारियों से लडऩे की क्षमता विकसित हो। उन्होंने बताया कि भोजन में वेज बिरियान, सब्जी, रोटी, सलाद, पानी की बोतल प्रत्येक दिन के हिसाब से मैनु बनाकर दी जा रही है।