जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि राजनीति बुरी नहीं बल्कि राजनीतिज्ञ बुरे हैं. वीरवार को दिल्ली में हुए समारोह के दौरान उन्होंने ये वक्तव्य दिया था.
साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीति में इसलिए आते हैं कि वो पैसा कमाए तो कुछ इसलिए कि लोगों की सेवा करे. इसके साथ ही अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोग मंदिर, मस्जिद, और गुरुद्वारा के लिए लड़ रहे है. लेकिन भगवान इन मंदिर, मस्जिद, और गुरुद्वारा में नहीं रहता हैं बल्कि वो तो लोगों के दिलों में रहता हैं.
अब्दुला ने कहा कि आज की तारिख में राजनीतिज्ञ का ये आलम है कि वो झूठ बोलने से थोड़ा सा भी गुरेज नहीं करते हैं. उन्हें इस बात का डर हमेशा सताता रहता है कि कहीं अगर वो झूठ नहीं बोलेंगे तो चुनाव नहीं जीत पाएगें. उन्होंने कहा कि अगर आप लोगों की सेवा करते हैं तो आप लोगों की नहीं ब्लकि भगवान की सेवा कर रहे हैं. क्योंकि भगवान लोगों के दिलों में निवास करते हैं. साथ ही फारुख अब्दुला ने महात्मा गांधी और नेहरु का हवाला देते हुए कहा कि अब इनके सिखाए हुए लोकतांत्रिक सिद्धांत अस्तिव में नजर नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अजादी से लेकर अब तक जो भी चुनाव हमारे देश में हुए है, उसने केवल और केवल हमारे देश को बांटा है, जोड़ा नहीं हैं