नई दिल्ली। एक तरफ पीएम मोदी लुटियनंस दिल्ली में योग के आसन कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ उनकी नीतियों के खिलाफ किसान हाइ-वे पर मोर्चाबंदी करते दिखाई दिए। पीएम मोदी का विरोध करते हुए किसानों ने बाराबंकी फैजाबाद हाइवे पर शवासन कर अपनी नाराजगी व्यक्त की। किसानों के प्रदर्शन की वजह से कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। नाराज किसानों ने छात्रों और एंबुलेंस को छोड़कर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं दी।
इसके अलावा अलावा अलीगढ़ और नोएडा हाइवे पर किसानों ने विरोध जताया। यहां बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और शवासन करते हुए मोदी सरकार का विरोध जताया। यहां भी किसानों ने पूरा हाई-वे ब्लॉक कर दिया था।
क्या है किसानों की मांग
दरअसल, बीकेयू यानी कि भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर ही ऐसा किया गया। यूनियन लगातार इसकी चेतावनी की थी। यूनियन का कहना है कि कि मोदी सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान मरणावस्था में पहुंच चुके हैं। किसान यूनियन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बाकायदा निंदा प्रस्ताव पास कर केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया गया था।
इससे पहले भारतीय किसान यूनियन ने पूरे देश के किसानों से शवासन कर योग दिवस को शोक दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया था। आपको बता दें कि हरियाणा के किसानों ने भी 15 जिलों में हाई-वे पर योग करने की चेतावनी दी थी।