इस कार्यक्रम में देशभर से आए किसानों, किसान नेताओं व उन सभी को सम्मानित किया गया, जो अलग-अलग क्षेत्रों में रहकर भी किसानों की भलाई का काम कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में शरद यादव, अतुल अंजान जैसी सियासी शख्सियतों ने वीपी सिंह के योगदान को याद किया, वहीं कई बड़े किसान नेताओं ने किसानों के लिए देखे गए उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया. वीपी सिंह की कैबिनेट में मंत्री रहे केसरी सिंह गुज्जर ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की, वहीं किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सिह ने मंच संचालन किया.

vp-singhजिन पूर्व प्रधानमंत्रियों ने अपने कार्यों से देश को एक दिशा देने का काम किया, उनमें से विश्वनाथ प्रताप सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. अपने प्रधानमंत्रित्व काल में उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए, जो आज भी उल्लेखनीय है. किसानों के लिए किए गए उनके कार्य आज की सरकारों के लिए अनुकरणीय हैं. बीते 25 जून को वीपी सिंह की जयंती थी. इस मौके पर किसान मंच की तरफ से दिल्ली के कॉन्स्टीट्‌यूशन क्लब में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में देशभर से आए किसानों, किसान

नेताओं व उन सभी को सम्मानित किया गया, जो अलग-अलग क्षेत्रों में रहकर भी किसानों की भलाई का काम कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में शरद यादव, अतुल अंजान जैसी सियासी शख्सियतों ने वीपी सिंह के योगदान को याद किया, वहीं कई बड़े किसान नेताओं ने किसानों के लिए देखे गए उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया. वीपी सिंह की कैबिनेट में मंत्री रहे केसरी सिंह गुज्जर ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की, वहीं किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सिह ने मंच संचालन किया.

इस कार्यक्रम में आए सभी लोगों ने वीपी सिंह को याद करते हुए उनके दिखाए रास्तों पर चलने की बात कही. लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव ने कहा कि देश में आर्थिक विषमता बड़ी समस्या है और इसकी जननी है सामाजिक समस्या. वीपी सिंह ही वो नेता थे, जिन्होंने इस बात को समझा कि सामाजिक विषमता को दूर कर ही आर्थिक विषमता को खत्म किया जा सकता है. उन्होंने इसके लिए अपने स्तर पर पूरा प्रयास किया और इसके लिए उन्हें लांछन भी झेलना पड़ा. किसानों और पिछड़े लोगों के लिए वीपी सिंह द्वारा किए गए कार्यों को याद करते हुए चौथी दुनिया के प्रधान संपादक संतोष भारतीय ने कहा कि वो मंजर सभी को याद होगा, जब वीपी सिंह झुग्गियों पर चलने जा रहे बुलडोजर के आगे खड़े हो गए थे.

यह उनके विचारों की ही ताकत है कि आज वे लोग भी उनके बताए रास्तों पर चलकर समाजसेवा के काम में लगे हुए हैं, जिन्हें वीपी सिंह जी को सामने से देखने का सौभाग्य नहीं मिल सका. संतोष भारतीय ने इस कार्यक्रम के लिए किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद सिंह की सराहना की और यह भी कहा कि उन दिनों, जब वीपी सिंह किसानों के लिए काम कर रहे थे, तो विनोद सिंह की सक्रियता की वे प्रशंसा करते थे. सीपीआई नेता अतुल अंजान ने वीपी सिंह को याद करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मोर्चा की उनकी सरकार के दौरान उनके द्वारा किए गए सभी कार्यों ने उस समय देश को एक दिशा देने का काम किया. चाहे वो किसानों के लिए कर्जमाफी की बात हो या सामाजिक न्याय के लिए मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने की, उनके हर कदम समाज के निचले तबके लिए फायदेमंद साबित हुए.

किसान पुत्र सम्मान से नवाजी गईं शख्सियतें

  1. कमल मोरारका- मशहूर समाजसेवी और संस्थापक, मोरारका ऑर्गेनिक
  2. शरद यादव- संरक्षक, लोकतांत्रिक जनता दल
  3. संतोष भारतीय- प्रधान संपादक, चौथी दुनिया
  4. पवन चामलिंग- मुख्यमंत्री, सिक्किम
  5. रामनिवास गोयल- विधानसभा अध्यक्ष, दिल्ली
  6. प्रवीण जडेजा- पूर्व मंत्री, गुजरात
  7. दलसिंगार यादव- पूर्व मंत्री, उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश किसान मंच के पहले अध्यक्ष
  8. जय भगवान जाटव- किसान नेता, दिल्ली
  9. ऋृषिपाल- भारतीय किसान यूनियन, दिल्ली
  10. शमशेर दहिया- किसान नेता, हरियाणा
  11. उमेश तिवारी- किसान नेता, मध्य प्रदेश
  12. धनंजय धोर्दे पाटिल- किसान नेता, महाराष्ट्र
  13. दीपक लॉरेंस- किसान नेता, दिल्ली
  14. बीना चौधरी- समाजसेवी, उत्तराखंड
  15. सुशील बहुगुणा- उत्तराखंड
  16. अशोक सिंह- किसान नेता, उत्तर प्रदेश
  17. भजमन बेहरा- पूर्व केंद्रीय मंत्री
  18. केसरी सिंह गुज्जर- पूर्व केंद्रीय मंत्री, दिल्ली
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