नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल) : मशहूर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत किशोरी अमोनकर का सोमवार देर रात निधन हो गया. बताया जा रहा है कि वो पिछले कुछ दिनों से बीमार थी. ख़बरों के मुताबिक किशोरी मुंबई स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली. अमोनकर 84 वर्ष की थीं.
बता दे किशोरी अमोनकर को वर्ष 1987 में पद्म भूषण और 2002 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. 2010 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी का फेलो नियुक्त किया गया. मोनकर ने गायन और जयपुर घराने की बारीकियां अपनी मां से सीखी थीं. उनकी मां भी गायिका थी. गायिकी की अपनी अगल शैली के चलते संगीत की दुनिया में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई थी.
जयपुर घराने से ताल्लुक रखने वाली किशोरी अमोनकर ने ठुमरी से लेकर भजन, भक्ति गीत और फिल्मी गाने भी गाए. किशोरी अमोनकर ने अपने अलग स्टाइल के चलते संगीत की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई