नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और आप के घर या परिवार में कभी किसी सदस्य को खून चढ़वाने की नौबत आये तो ऐसे में आपको सावधान रहने की ज़रूरत है दरअसल उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में नकली खून बनाने का गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है ऐसे में ज़रुरतमंद लोगों को खून के नाम पर नकली कैमिकल चढ़ाया जा रहा है जो सेहत के लिए जानलेवा है.
दरअसल बरेली में नकली खून की यूनिट तैयार करने के लिए खाली बैग पश्चिमी यूपी के कई शहरों से आने की बात सामने आ आई है। ड्रग विभाग ने पश्चिमी यूपी के सात ब्लड बैंक और इंस्टीट्यूट को नोटिस जारी कर खाली बल्ड बैग के बारे में जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि एसआरएमएस में तीन महीने पहले नकली खून पकड़ा गया था। ब्लड बैग पर दर्ज बैच नंबर बीबी 1512335 से ड्रग विभाग की पड़ताल आगे बढ़ी। इस बैच नंबर के खाली ब्लड बैग फरीदाबाद की जी मित्र कंपनी ने गाजियाबाद के मेरठ रोड स्थित अमित फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर्स और मेरठ के थापर नगर की एसआर डायग्नोस्टिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को बेचे थे।
ड्रग इंस्पेक्टर ने गाजियाबाद और मेरठ के डिस्ट्रीब्यूटर्स से ब्लड बैग की आगे सप्लाई करने के बारे में जवाब मांगा था। गाजियाबाद के डिस्ट्रीब्यूर्टस से खाली ब्लड बैग की सप्लाई के बारे में जो जानकारी ड्रग विभाग को मिली वह चौंकाने वाली है।
बरेली में पकड़े गए ब्लड यूनिट पर दर्ज बैच नंबर वाले खाली बैग गाजियाबाद के डिस्ट्रीब्यूटर्स ने पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद, मेरठ, पिलखुवा, बड़ौत, मुजफ्फरनगर और शामली के कई ब्लड बैंक और इंस्टीट्यूट में सप्लाई किए। इन संस्थानों से किस तरह खाली ब्लड बैग निकलकर बरेली पहुंचे इसकी पड़ताल चल रही है। ड्रग इंस्पेक्टर ने सभी संस्थानों के संचालकों को नोटिस जारी कर दिए हैं। हालांकि अभी किसी का जवाब नहीं आया है।