कई बार अनचाहे प्यार का अंजाम इतना ख़ौफ़नाक होता है की कोई कुछ समझ पाए इससे पहले ही सब कुछ बिखर जाता है। ऐसे ही एक त्रिकोणीय प्यार के जाल में तीन लोग ऐसे फंसे की एक को अपनी जान गवानी पड़ी तो दो को अब पूरी ज़िन्दगी सलाखों के पीछे गुज़रना पड़ेगा। मामला दक्षिण पूर्वी जिले के किशनगढ़ का है।
जहां एक इंजिनियर पति को अचानक अपनी बचपन की स्कूली दोस्त मिल गई, और उसके साथ मिलकर उसने अपनी पति को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया। लेकिन कहते हैं गुनाहगार कितना भी शातिर हो गलती ज़रूर करता है। इन दोनों ने भी एक गलती कर दी और पकडे गए। अब पुलिस ने इंजीनियर पति राहुल मिश्र और उसकी बचपन की प्रेमिका पद्मा तिवारी को पूजा राय की हत्या में गिरफ्तार किया है। पूजा राय की हत्या पति राहुल मिश्र ने प्रेमिका पद्मा तिवारी की मदद से साजिश रचकर की थी।
बचपन के प्यार में बना क़ातिल !
आरोपी पति और उसकी महिला दोस्त एक ही स्कूल में केजी से 12वीं तक पढ़ाई की थी। जिसके बाद इंजिनियर बन चुका था और उसकी शादी दूसरी लड़की से भी हो गई थी वहीँ आरोपी लड़की एक मल्टी नैशनल कंपनी में (एमएनसी) में काम करती थीं। कई सालों तक दोनों एक दूसरे के संपर्क में नहीं थे। लेकिन अचानक स्कूल के दोस्तों एक Whatsapp ग्रुप पर उनकी मुलाक़ात हो गई और फिर दोस्ती और प्यार।
पूजा राय और राहुल की शादी 23 अप्रैल 2017 को हुई थी।, ये अरेंज मैरेज थी। आरोपी पति राहुल कुमार मिश्रा (32) और उसकी गर्लफ्रेंड पद्मा तिवारी (33) हैं। मूलतः झारखंड के धनबाद के रहने वाले हैं और दोनों ने केजी से 12वीं तक एक ही स्कूल में पढ़ाई की हैं। इसके बाद दोनों हायर एजुकेशन के लिए अलग-अलग हो गए थे। राहुल ने ग्वालियर से मकैनिकल इंजिनियरिंग की है, जबकि पद्मा ने नोएडा से एमबीए किया। दोनों अलग-अलग जॉब कर रहे थे। पूजा भी गुरुग्राम में जॉब कर रही थीं।
अप्रैल 2015 में पद्मा तिवारी ने अपने स्कूली दोस्तों का वॉटसऐप ग्रुप बनाया था। पद्मा की फिर से राहुल से दोस्ती शुरू हो गई थी। दोनों की दोस्ती काफी गहरी होती गई और दोनों शादी करना चाहते थे। इसी बीच, राहुल की शादी पूजा से हो गई। इसके बाद भी राहुल और पद्मा लगातार मिलते रहे। पद्मा ने पूजा की और अच्छी नौकरी लगवाने के लिए उससे सीवी मांगा।
बायोडाटा में छुपा था क़त्ल का राज़
नौकरी दिलाने के नाम पर 16 मार्च को राहुल ऑफिस चला गया और पद्मा पूजा से मिलने उसके घर आई। उस दिन पूजा की छुट्टी थी। पद्मा रास्ते से दो ग्लास जूस लेकर आई थी। उसने पूजा के जूस में कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया था। ताकि जूस पीते ही पूजा बेहोश हो जाए और वो आसानी से तकिया से उसका मुंह दबाकर हत्या कर दे। लेकिन पूजा बेहोश नहीं हो पाई और जब पद्मा उसका गला दबा रही थी तो दोनों के बीच उठापटक भी हुई।
लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। फिर राहुल भी पहुंचा और पद्मा के साथ पूजा का शव सफदरजंग अस्पताल लेकर गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। रोहित और पद्मा ने साजिश रचकर पूजा के नाम से सूसाइड नोट भी लिख दिया था। पुलिस भी इस साजिश को नहीं सूंघ पाई। फिर विसरा-पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने से हत्या की बात सामने आई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।