व्हाट्सएप पर एसडीएम ने लिया संज्ञान, बिजली विभाग के एई को थमाया नोटिस
भोपाल। बिजली की आंख मिचौली आम जन के लिए मुश्किल की वजह बनी हुई है। ग्रामीण इलाकों में ये हालत शहरी क्षेत्रों से कई गुना अधिक है। पीडि़तों ने जब इस बात की शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों को की, तो अधिकारी ने बिजली विभाग को शो कॉस नोटिस नोटिस देकर एक सप्ताह में हालात सुधारने की चेतावनी दे डाली है।
मामला भोपाल जिले के आखिरी छोर पर बसे नजीराबाद का है।

जानकारी के मुताबिक बैरसिया एसडीएम राजीव नंदन श्रीवास्तव ने नजीराबाद विधुत विभाग पर बड़ी कार्यवाही की है। क्षेत्र में लाईट की आँख मिचौली के चलते एसडीएम ने नजीराबाद जेई को कारण बताओ नोटिस भेजा है। यहां की जा रही लाईट की ज़्यादा कटौती को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायत की थी। एसडीएम ने बिजली विभाग को नोटिस सात दिवस के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही तत्काल विधुत व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए हैं।

व्हाट्सएप ग्रुप पर हुई थी शिकायत
दरअसल एसडीएम बैरसिया आरएन श्रीवास्तव नज़ीराबाद के एक व्हाट्सएप्प ग्रुप में जुड़े हुए हैं। उसमें कुछ पत्रकार हैं, बाकी आम जनता है। उस ग्रुप में पिछले कई दिनों से स्थानीय लोग बिजली की आंख मिचौली को लेकर अपने अपने इलाकों की कारगुजारियां पोस्ट कर रहे थे।कुछ दिन इसी तरह चलता रहा। फिर एक दिन कुछ लोग बिजली की आंख मिचोली की वजह से उग्र हो गए और किसी ने बिजली विभाग के खिलाफ चक्काजाम करने तो किसी ने बिजली विभाग के दफ्तर में ताला डालने की बात लिख डाली। मामला बिगड़ते देख एसडीएम में मोर्चा सम्भाला और बिजली विभाग के जेई की 7 दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने नहीं तो कार्यवाई के लिए तैयार रहने का पत्र जारी कर दिया। एसडीएम की इस कार्यवाई से फिलहाल नज़ीराबाद के लोग काफी खुश हैं। उन्हें उम्मीद है कि अब उनकी समस्या का हल हो जाएगा।

राजधानी भी अछूती नहीं
पूरा साल मेंटेनेंस के नाम पर होने वाली कई घंटों की कटौती उस समय बौनी साबित हो जाती है, जब शहर में हल्की बारिश या थोड़ी तेज हवा चलने लगती है। पुराने भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों में दिन में कई बार होने वाली कटौती के बाद भी बारिश के हालात बनते ही संभावित हादसे को लेकर ही बिजली गुल कर दी जाती है। घंटों बंद रहने वाली ये बिजली बारिश या हवा बंद होने के बाद भी बहाल नहीं होती है।

रही थी आठ घंटे बिजली गुल
पिछले दिनों राजधानी भोपाल में चली तेज रफ्तार हवाओं के कारण भोपाल टाकीज के पास बड़ा हादसा हुआ था। इस बीच बिजली के तार टूटने से पुराने शहर के अधिकांश इलाके घंटों अंधेरे में डूबे रहे थे। जबकि शाहजहानाबाद, काजी कैंप, नूर महल और इसके आसपास के इलाकों में देर शाम बंद हुई विद्युत आपूर्ति रात करीब दो बजे बहाल हो पाई थी।

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