सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय ने बीकानेर जमीन घोटाले के मामले में समन किया है. बता दें कि साल 2017 में प्रवर्तन निदेशालय ने रोबोट वाड्र के करीबियों के यहां जमीन घोटले को लेकर छापमारी की थी. जिन लोगों के यहां छापेमारी हुई थी उसमें सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के करीबी महेश नागर और अशोक कुमार भी शामिल हैं.
वहीं, जब ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को समन किया है. तब से बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह सोनिया गांधी पर अपने जुबान वार करना शुरु कर दिया है. गौरतलब है कि इससे पहले वाड्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए अपनी व्यथा कुछ इस तरह से जाहिर की थी. उन्होंने कहा था कि बीजेपी पार्टी जब कभी-भी बीजेपी पार्टी निराश हो जाती है तो वे अपना बी-प्लान का इस्तेमाल करना शुरू कर देती है यानी की मुझ पर आरोपल लगाना.
बता दें कि हरियाण के गुरुग्राम में जमीन घोटाले को लेकर रॉबर्ट वाड्रा समेत हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भुपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ केस दर्ज किया था. इतना ही नहीं, इस पूरे मामले को लेकर सीबीआइ ने 1500 करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल किया था.
आपको ये भी बता दें कि जब रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक से पोस्ट पर अपना व्यथा को शब्दों में तब्दील करके लिखा था. तभी उसी वक्त कुछ लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधना शुरु कर दिया था. एक युजर ने तो यहां तक कहा था कि एनडीए सरकार असफल हो गई. इसलिए वो अहम मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
हालांकि, अब ईडी के समन के बाद से बीजेपी सोनिया गांधी समेत रॉबर्ट वाड्रा पर अपने हमले के धार को तेज कर दिया है.