चुनाव आयोग ने केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कथित रूप से ‘पप्पू’ कहने और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को ‘पप्पू की पप्पी’ कहने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
आयोग ने भाजपा सांसद को जवाब देने के लिए 24 घंटे का समय दिया है और उन्हें याद दिलाया है कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधान राजनेताओं को अपने प्रतिद्वंद्वियों की निजी जिदंगी पर टिप्पणी करने से रोकते हैं।
शर्मा ने सिकंदराबाद में 19 मार्च को कथित रूप से कहा था, ‘‘ अब पप्पू कहता है कि उसे प्रधानमंत्री बनना है। अब मायावती, अखिलेश यादव और पप्पू की पप्पी भी आ गई हैं।’’ कांग्रेस ने शर्मा की आयोग से शिकायत की थी।
सिकंदराबाद इलाके में महेश शर्मा की विवादित टिप्पणी का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा था। वीडियो में ना सिर्फ राहुल गांधी परिवार के राजनेताओं बल्कि बसपा अध्यक्ष मायावती, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत क्षेत्रीय नेताओं की आलोचना करते हुए दिख रहे हैं।
भाजपा और राहुल गांधी के विरोधी अक्सर आम बोलचाल की भाषा में उनका मजाक “पप्पू” कहकर उड़ाते हैं। शर्मा ने 16 मार्च को अपने समर्थकों को दिये भाषण में कहा, “पप्पू कहता है मैं प्राइम मिनिस्टर बनूंगा…मायावती, अखिलेश यादव, पप्पू..और अब ‘पप्पू की पप्पी’ भी आ गयी है। वो प्रियंका क्या पहले हमारे देश की बेटी नहीं थी क्या, कांग्रेस की बेटी नहीं थी क्या, आगे नहीं रहेगी क्या? क्या नया लेके आयी है?”