उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर के मौके पर महात्मा गांधी के पुतले पर गोलियां चलाने वाली साध्वी एक बार फिर चर्चा में है। उस समय अलीगढ़ की हिंदू महासभा नेता डॉक्टर पूजा शकुन पांडेय का वीडियो वायरल होने के बाद उस वक्त जेल की हवा खानी पड़ी थी।
बापू को लहूलुहान देखने के लिए उनपर गोली चलाने वाली पूजा शकुन पांडेय ने अब एक नया शिगूफा छोड़ा है। हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय ने वीर सावरकर की जयंती पर अपने नौरंगाबाद वाले घर पर अलग-अलग स्कूलों में टॉप करने वाले बच्चों को गिफ्ट के तौर पर क़लम नहीं बल्कि चाकू-तलवार बांटे। इनमें से ज्यादातर क्लास 6 से 10 तक के छात्र हैं।
शकुन पांडेय ने नाबालिग बच्चों को कार्यक्रम के दौरान बच्चों को ये कहकर हथियार बांटे की धर्म खतरे में है और ऐसे में इसकी सख्त ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि, बच्चों को आत्मरक्षा के लिए चाकू, तलवार दिए गए। उन्हें संदेश दिया गया कि वो अपनी रक्षा खुद करें। बच्चों को राष्ट्रवाद विषय पर एक किताब भी दी गई। भगवा रंग की इस किताब पर खुद पूजा शकुन पांडेय और वीर सावरकर की फोटो भी है। बच्चों को गीता भी दी गई।
पूजा ने सावरकर के बारे में बोलते हुए कहा कि 1911 में उन्हें एक और आजन्म कारावास की सजा सुनाकर कालापानी भेज दिया गया। 1921 में उन्हें अंडमान से रत्नागिरी भेजा गया। 1937 में वे वहां से भी मुक्त कर दिए गए पर सुभाषचन्द्र बोस के साथ मिलकर वे क्रान्ति की योजना में लगे रहे। 1947 में स्वतन्त्रता के बाद उन्हें गांधी हत्या के झूठे मुकदमे में फंसाया गया पर वे निर्दोष सिद्ध हुए। वे राजनीति के हिन्दूकरण तथा हिन्दुओं के सैनिकीकरण के प्रबल पक्षधर थे। स्वास्थ्य बहुत बिगड़ जाने पर वीर सावरकर का 26 फरवरी, 1966 को निधन हुआ।
बता दें कि 30 जनवरी 2019 को महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारने का वीडियो वायरल हुआ था। ये गोलियां हिंदू महासभा की सचिव पूजा शकुल पांडेय ने ही मारी थीं जिनको कुछ दिनों बाद ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।