दिल्ली मेट्रो का किराया एक बार फिर बढ़ा दिया गया है. आपको बता दें कि अभी कुछ महीने पहले ही दिल्ली मेट्रो के किराए में बढ़ोत्तरी की गयी थी लेकिन इतने पर भी किराए की बढ़ोत्तरी को रोका नहीं गया और एक बाद फिर से किराए को बढ़ा दिया गया है. अब दिल्ली मेट्रो का नया किराया एक बार फिर से दिल्ली वालों को खटकने लगा लगा है. जनता पहले से ही पेट्रोल और डीज़ल के बढे हुए दामों से जूझ रही है और उसपर मेट्रो का किराया ज़ख्म पर मरहम की कतरह साबित हो रहा है.
जब से दिल्ली में भाजपा की हार हुई है तभी से ऐसा माना जा रहा था कि कुछ बड़ा बदलाव हो सकता है और अब ये बदलाव सभी के सामने भी आ गया है. दिल्ली की जनता को अब ऐसा लगने लगा है की कहीं भाजपा दिल्ली में अपनी करारी शिकस्त का बदला लेने के लिए तो ऐसा नहीं कर रही है.
खैर दिल्ली मेट्रो के में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के बाद अब जनता अटैक में आ गयी है. आपको बता दें की किराए में वृद्धि के बाद छात्र संगठन के एनएसयूआई के सदस्यों ने मेट्रो स्टेशन की पटरी पर कूदकर प्रदर्शन किया है इसके अलावा मेट्रो में लगातार सफ़र करने वाले लोग भी जगह-जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
जिस तरह से लोगों का आक्रोश फूट रहा है उससे ये साफ़ हो गया है कि अगर दिल्ली मेट्रो का किराया जल्द ही कम नहीं किया गया तो इससे दिल्ली में हालात बिगड़ने के आसार बन सकते हैं. दिल्ली मेट्रो की तरफ से घाटे को किराया बढाने की वजह बताया गया है लेकिन लोगों की मानें तो मेट्रो कम्पार्टमेंट में पैर रखने की जगह तो होती नहीं हैं ऐसे में दिल्ली मेट्रो घाटे में कैसे हो सकती है.