गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने वित्त मंत्रालय से ‘सर्टिफिकेट ऑफ़ एप्रिसिएशन’ साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया क्योंकि उनके ख़िलाफ़ एक कथित जांच की रिपोर्ट इंटरनेट पर वायरल होने लगी थी।
Ah Lao Fadh Lao Mera PLATINUM CERTIFICATE
“In Recognition of the Contribution Towards Building THIS GREAT NATION”
Twitter Te Beh Ke Apne Aap Nu Desh Bhakt Dasan NAAL Tusi Desh Bhakt Ni Ban Jande.. Odey Lai Kam Karna Penda..
— DILJIT DOSANJH (@diljitdosanjh) January 3, 2021
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी “प्लेटिनम प्रमाणपत्र” से पता चलता है कि भारत सरकार दिलजीत दोसांझ को कर का भुगतान करने और वर्ष 2019-2020 के लिए आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए प्रमाणित करती है। प्रमाण पत्र में लिखा है, “हम इस महान राष्ट्र के निर्माण के लिए योगदान की मान्यता में, प्लेटिनम श्रेणी में करदाता की सराहना करते हैं।”
एक ट्वीट में दिलजीत ने लिखा, “हालात ऐसे हैं कि मुझे अब अपनी भारतीय नागरिकता का सबूत देना होगा।” नफरत मत फैलाओ”। एक अन्य गायक ने कहा, “किसी को देशभक्त साबित करने के लिए ट्विटर पर बैठने की ज़रूरत नहीं है, किसी को इसके लिए काम करने की ज़रूरत है”।
Jee Tan Ni C Karda Par Ah Lao..
Aj Haalat Eh Ban Gaye aa Ke Apne Aap Nu BHARAT DA NAGRIK HON DA V SABOOT DENA PEY RIHA ..
Eni Hate Eni Nafarat Na Failao Buggey..
Havaa Ch Teer ni Chalaide.. Edar Odar Vajj Jande Hunde aa 😎 pic.twitter.com/zeD6BOxbF8
— DILJIT DOSANJH (@diljitdosanjh) January 3, 2021
Sara Din Vehle Twitter Te Bethe False News Banaun Nu..
Banda Apne Kam Ch Busy Hunda..
Ena Nu Mauka Mil Janda Kahanian Banaun Da..Fikar Na Kareya Karo.. Baba Sab Dekhda..
Jo Jehda Kar Da Kari Jaan Deo..
Ena Vechareya Da Kam Hee eh aa .. Eh V Ki Karn.. 👍
— DILJIT DOSANJH (@diljitdosanjh) January 3, 2021
दिलजीत दोसांझ के बयान तब सामने आए हैं जब आयकर विभाग ने पंजाबी लेबल कंपनी स्पीड रिकॉर्ड्स और गायक दिलजीत दोसांझ के ख़िलाफ़ यूके में चल रहे फंडों के लिए कथित तौर पर नए कानून के ख़िलाफ़ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए एक जांच शुरू करने की रिपोर्ट की थी।
दिलजीत किसानों के विरोध में उनके समर्थन में बहुत मुखर रहे हैं। दिलजीत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा, “मैं सरकार से किसानों की मांग मानने का आग्रह करना चाहता हूं। मैं मीडिया से भी आग्रह करना चाहता हूं कि ये किसान हमारी मांगों को लेकर शांति से बैठे हैं। कृपया यहदिखाएं और हमें समर्थन दें।