दिल्ली को बड़ा झटका : ऑटो का किराया बढ़ाने की तैयारी में आप सरकारब से पांच साल हो गए, लेकिन ऑटो का किराया नहीं बढ़ा. अरविंद केजरीवाल ने हर साल अप्रैल में सीएनजी की दरों के आधार पर ऑटो किराया बढ़ाने की बात कही थी. लेकिन, किराया कभी बढ़ाया नहीं.
अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, विशेष परिवहन आयुक्त केके दहिया की मौजूदगी में ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमे पदाधिकारियों ने किराया बढ़ाने का प्रस्ताव रखा, जिसे मुख्यमंत्री ने जायज मांग बताते हुए परिवहन विभाग को इस पर तुरंत अमल करने का आदेश दिया है. पदाधिकारियों ने ऑटो में जीपीएस की अनिवार्यता खत्म करने की भी मांग की, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे सुरक्षा का मामला बताते हुए कहा कि इससे हम समझौता नहीं कर सकते हैं.
अभी दिल्ली में ऑटो में किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 25 रुपये है, उसके बाद तीसरे किलोमीटर से प्रत्येक किलोमीटर के लिए आठ रुपये देने होते हैं. इसके अलावा रात में 11 बजे से लेकर सुबह 5 बजे के बीच यात्रा करने पर किराये का 25 फीसदी रात्रि शुल्क देना पड़ता है.
किराया बढ़ाए जाने के लिए दो तरीके सामने आए, जिसमें एक प्रस्ताव है कि ऑटो का किराया 8 रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ा दिया जाए या फिर वेटिंग चार्ज का नया स्लैब तैयार कर इसे 60 रुपये से अधिक प्रति घंटा कर दिया जाए, यानी जाम आदि में फंस जाने पर कम से कम प्रति घंटा 60 रुपये के हिसाब से चार्ज लिया जाए. इस समय 95 हजार के करीब ऑटो-रिक्शा चल रहे हैं. ऑटो वालों को लेकर आए दिन शिकायतें भी आ रही हैं. अधिकतर ऑटो चालक मीटर से नहीं चलते हैं. किराये को लेकर झगड़े होते हैं. इस समस्या पर न ही परिवहन विभाग व न ही यातायात पुलिस ही ध्यान दे रही है.