चक्रवात यास (Cyclone Yaas) का तांडव शुरू हो चुका है। अति गंभीर चक्रवात का रूप धारण कर चुके यास चक्रवात (Cyclone Yaas) के ओडिशा से टकराने की प्रक्रिया शुरु हो गई है, जो 2-3 घंटों तक चलेगी। इसकी वजह से कई इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर पेड़ों के उखड़ने की तस्वीर भी देखने को मिली है।
बालासोर और भ्रमक में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है, वहीं पश्चिम बंगाल को हाई अलर्ट पर रखा गया है. मौसम विभाग ने बताया कि भीषण चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह लगभग 9 बजे शुरू हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात का सबसे ज़्यादा असर तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में होगा. इसके अलावा तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में भी इसका प्रभाव दिखाई देने की आशंका है. इन राज्यों के अलावा झारखंड, केरल के तटवर्ती इलाक़े भी तूफ़ान यास से प्रभावित हो सकते हैं.असम, मेघालय, यूपी और बिहार के कई इलाक़ों में भी तूफ़ान की वजह से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जीना ने कहा कि उम्मीद है कि दोपहर करीब 1 बजे तक चक्रवात का पूरी तरह से पहुंच जाएगा। इस दौरान हवा की गति 120-140 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है। वहीं, मयूरभंज जिले में हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने का अनुमान है। उसके बाद, यह धीरे-धीरे धीमा हो जाएगा।
तूफ़ान यास हर घंटे क़रीब 12 किमी. प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रहा है. लैंडफॉल में देरी हो सकती है, शायद सुबह 10-11 बजे से शुरू हो. हवा की रफ़्तार क़रीब 130 किमी. प्रति घंटा।