दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में केजरीवाल सरकार फंसती हुई नज़र आ रही हैं. बता दें कि इस मामले में अरविन्द केजरीवाल अब फंसते हुए नज़र आ रहे हैं. मुख्य सचिव की पिटाई के मामले में आदमी पार्टी को जल्द ही तगड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास लगे सीसीटीवी कैमरों से छेड़छाड़ करने की बात सामने आ रही है जिससे केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
सोमवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कोर्ट में कहा कि AAP विधायकों और मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के बीच मीटिंग कैंप ऑफिस में नहीं, बल्कि सीएम केजरीवाल के आवास के ड्राइंग रूम में आयोजित थी।
पुलिस ने कोर्ट को यह भी बताया है कि सीसीटीवी का समय अलग-अलग है, ऐसे में आशंका है कि टैंपरिंग की गई है। साथ ही पुलिस ने कहा कि टैंपरिंग की जांच फॉरेंसिक साइंस लैबोर्टरी (FSL) करेगी। इस पर कोर्ट ने अपना फैसला कल यानी मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया है।
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ऐसा बताया जा रहा है कि अंशु पटेल के साथ हुई घटना पहले से ही निर्धारित की जा चुकी थी. जानकारी के मुताबिक़ पुलिस ने जब केजरीवाल के आवास में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो पता चला कि यहां लगे सभी 14 सीसीटीवी कैमरे को समय से 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे कर दिया गया था।