लोकसभा चुनावों को लेकर सभी दल किसी न किसी जुगाड़ में लगे हुए हैं. इसी बीच भाजपा भी खिचड़ी पका रही है. इतना ही नहीं भाजपा ने तो इस खिचड़ी को पकाने को लेकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी की है. खिचड़ी रैली में हिस्सा लेने वाले कार्यकर्ताओं को ही बांटी जाएगी. लेकिन कमी केवल यहां रह गई कि इस खिचड़ी को खाने के लिए उतनी संख्या में लोग नहीं पहंुचे जितनी कि भाजपा को उम्मीद थी.
दरअसल, रविवार को रामलीला मैदान में भाजपा ने 5000 किलो खिचड़ी पकाई. यह खिचड़ी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली के मौके पर पकाई गई. साथ ही इससे दलित वोटों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की गई. भाजपा ने दिल्ली और दिल्ली से लगे इलाकों से 3 लाख दलित घरों से दाल-चावल इकट्ठा करके ये खिचड़ी बनाई और इसे समरसता खिचड़ी नाम दिया. दरअसल देश में 17% दलित वोट हैं, जिसे भाजपा समरसता खिचड़ी के जरिए साधने की कोशिश कर रही है.
1000 किलो दाल-चावल, 300-400 किलो सब्जी, 200 लीटर घी और 100 लीटर तेल डालकर इस खिचड़ी को नागपुर के शेफ ने तैयार किया. पार्टी का मकसद है कि एक बार में सबसे ज्यादा खिचड़ी बनाने का रिकॉर्ड वो अपने नाम दर्ज करे. इतनी बड़ी मात्रा में खिचड़ी पकाने के लिए 10×10 फीट के बर्तन को भी नागपुर से मंगवाया गया था.
5000 लोगों के लिए बनी इस खिचड़ी को खाने के लिए शाम तक आधे लोग भी नहीं पहुंचे थे. गौरतलब है कि देश में दलितों की कुल आबादी 20 करोड़ 14 लाख है और 150 से अधिक लोकसभा सीटों पर इनका प्रभाव है. इसके अलावा 131 सांसद इसी वर्ग से हैं और इस वर्ग के लिए लोकसभा में 84 सीटें आरक्षित हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को इन में से 46 जबकि कांग्रेस को सिर्फ 7 सीटें मिली थीं.