पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक जारी है। इस बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, अशोक गहलोत, आनंद शर्मा समेत पार्टी के 52 वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। कार्यसमिति की बैठक में नए अध्यक्ष पद के लिए चर्चा होने की पूरी संभावना है। इसके अलावा र्तमान राजनीतिक स्थिति, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी।
कांग्रेस के 23 नेताओं (G-23) ने पिछले साल सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में बड़े बदलावों और प्रभावी नेतृत्व की जरूरत बताई थी। इनमें आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद भी शामिल थे। G-23 के कई नेता सोनिया को याद भी दिला चुके हैं कि जमीनी स्तर पर अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है और कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे की तरफ जा रहा है। पार्टी को पंजाब से लेकर छत्तीसगढ़ तक संकट का सामना भी करना पड़ा है।
राज्यों के चुनावों पर भी चर्चा होगी
आज होने वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में अनुशासन से जुड़े मुद्दों पर तो चर्चा के आसार नहीं हैं, लेकिन राज्यों में अगले साल होने वाले चुनावों की रणनीति पर बात जरूर होगी। साथ ही लखीमपुर खीरी की घटना पर सरकार को घेरने के लिए आगे की स्ट्रैटजी पर भी बात हो सकती है, क्योंकि यूपी में भी अगले साल चुनाव होने हैं।
अंदरुनी कलह स निपटना बड़ी चुनौती
कांग्रेस को कई राज्यों में अंदरुनी कलह के चलते संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते बीते एक साल में कई बड़े नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं या दूरी बना चुके हैं। राहुल गांधी के करीबी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले साल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में चले गए, तो इस साल जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए।
उधर राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच खींचतान जारी है। तो पंजाब में मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी विवाद थमे नहीं हैं। ऐसे में कांग्रेस के सामने अंदरुनी कलह से निपटना एक बड़ी चुनौती है।
सोनिया गांधी हैं अंतरिम अध्यक्ष
हालफिलहाल सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष हैं। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद उन्होंने अध्यक्ष का पदभार संभाला था, लेकिन स्थाई अध्यक्ष की मांग पार्टी ही नहीं पार्टी के बाहर भी होने लगी है। पिछले दिनों शिवसेना ने भी स्थाई अध्यक्ष को लेकर सवाल खड़े किए थे।