2019 के लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन की बटकलें तेज हो गई हैं. खबरों की मानें, तो दोनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारें पर बातचीत चल रही है. बताया जा रहा है कि 24 मई को आप के नेताओं ने कांग्रेसी नेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की थी. इसके बाद यह बात निकलकर सामने आई थी कि कांग्रेस दिल्ली में तीन सीटें चाहती है. चल रही चर्चा के अनुसार, कांग्रेस पार्टी नई दिल्ली सीट से शर्मिष्ठा मुखर्जी, चांदनी चौक से अजय माकन और उत्तर पश्चिम दिल्ली से राजकुमार चौहान को चुनाव में उतारने के बारे में सोच रही है.
हालांकि अभी इस बारे में दोनों तरफ के किसी भी नेता ने खुलकर कुछ नहीं कहा है. बीते दिनों आप नेता अलका लांबा ने इशारों इशारों ही में कांग्रेस से गठजोड़ पर चर्चा की बात मानी थी, लेकिन उन्होंने भी स्पष्ट कुछ नहीं कहा. लेकिन कांग्रेस की तरफ से आप के साथ गठजोड़ की अटकलों को खरिज कर दिया गया है. शुक्रवार को ही कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा था कि आप के साथ गठजोड़ का सवाल ही नहीं है. उन्होंने कहा कि जनता ने आप को नकार दिया है, ऐसे में हम उनके साथ क्यों जाएंगे. इसके बाद आप के दिलीप पांडे ने कहा कि अजय माकन जी, कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेता आप के संपर्क में हैं. वे हरियाणा, दिल्ली और पंजाब में हमारा साथ चाहते हैं और दिल्ली में एक सीट मांग रहे हैं.
गौरतलब है कि हाल में अरविंद केजरीवाल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की तारीफ में सोशल मीडिया एक पोस्ट लिखी थी, जिसके बाद से ही इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया था कि कांग्रेस और आप के बीच दिल्ली में गठजोड़ हो सकता है. इन सारी चर्चाओं के बीच आप ने दिल्ली की सात में से पांच लोकसभा सीटों पर अपने प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. पंकज गुप्ता को चांदनी चौक, दिलीप पांडे को उत्तर-पूर्वी दिल्ली, राघव चड्ढा को साउथ दिल्ली, आतिशी मर्लिना को पूर्वी दिल्ली और गुगन सिंह को उत्तर-पश्चिमी दिल्ली का प्रभारी बनाया गया है. दोनों पार्टियों के गठजोड़ की इन खबरों पर भाजपा दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस और आप के गठबंधन की चर्चाएं हमें विचलित नहीं करती हैं. दोनों पार्टी के नेता ट्वीट कर दिल्ली में गठबंधन बनाने का वातावरण तैयार कर रहे हैं और यह दर्शाता है कि भाजपा दिल्ली की जनता की पहली पसंद है.