नई दिल्ली (ब्यूरो, चौथी दुनिया)। राहुल गांधी को उनके विरोधियों ने कई उपनाम दिए हैं। सोशल मीडिया के दौर में विरोधियों के दिए उपनामों का असर पार्टी के कार्यकर्ताओं पर दिखाई देने लगा है। कांग्रेस के मेरठ जिला के अध्यक्ष को इसी बात का खामियाजा भुगतना पड़ा। कांग्रेस के मेरठ जिला अध्यक्ष विनय प्रधान ने पार्टी के व्हाट्सग्रुप पर एक मैसेज भेजा।
उस मैसेज में राहुल गांधी की तारीफ थी। लेकिन साथ ही उन्हे पप्पू नाम से संबोधित किया गया था। विनय प्रधान का ये मैसेज धीरे धीरे कांग्रेस के हर ग्रुप में पहुंचने लगा। मामले की जानकारी जब राज बब्बर को लगी तो उन्होने फौरन कार्रवाई के निर्देश दे दिए। विनय प्रधान को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है।
क्या लिखा था मैसेज में ?
विनय प्रधान ने अपने मैसेज में लिखा था कि राहुल गांधी जिसे देश का एक हिस्सा पप्पू के नाम से भी जानता है। आज आप बताएं कि क्या पप्पू ने कभी महंगी गाड़ियों का शौक पाला? जबकि वो पाल सकते थे। कभी अंबानी, अडानी, माल्या की पार्टी में शामिल नहीं हुआ न, जबकि शामिल हो सकते थे। पप्पू ने कभी शान–शौकत का प्रदर्शन किया? नहीं परंतु कर सकता था। पप्पू मंत्री और प्रधानमंत्री भी बन सकता था पर बना? नहीं। जबकि मनमोहन सिंह तो उनको पीएम बनाने का इशारा कर चुके थे। पप्पू से पूरे दस साल अंबानी, अडानी मिलना चाहते रहे।
2004 से 2014 तक सरकार रही और पप्पू के एक इशारे पर सरकार के मंत्री उनका काम कर सकते थे लेकिन पप्पू ने अंबानी, अडानी को 5 मिनट का समय भी नहीं दिया। क्योंकि वो पप्पू था जानता था कि ये सरकार से केवल बिजनेस करेंगे, गरीबों का खून चूसेंगे। वो अटकते हैं धारा प्रवाह नहीं बोल पाते, संघ इसीलिए पप्पू बनाने के मिशन में लग गया परन्तु हिंदी में धारा प्रवाह भाषण देकर झूठ बोलने से बेहतर ईमानदारी से जनता के लिए संघर्ष करना है।