डाटा लीक पर शुरू हुई चर्चा में अब भाजपा और कांग्रेस भी फंसती हुई दिखाई दे रही है. फ्रांस के एक रिसर्चर ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी के नमो ऐप और कांग्रेस के ऐप का इस्तेमाल करने वालों का डाटा अमेरीकी कंपनियों के साथ साझा किया जा रहा है. कंपनी के इस दावे के बाद राहुल गांधी ने इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोला. कांग्रेस ने इसे लेकर सोशल मीडिया में #DeleteNamoApp का अभियान भी चलाया. लेकिन उसके बाद अब कांग्रेस भी इस मामले में फंसती दिखाई दे रही है. कांग्रेस ने प्ले स्टोर से अपना ऐप हटा लिया है और इसे लेकर भाजपा ने पूछा है कि कांग्रेस पार्टी क्या छिपाने की कोशिश कर रही है?
दरअसल, फ्रांस के एक सिक्युरिटी रिसर्चर एल्डसरन ने पहले नरेंद्र मोदी के नमो ऐप और फिर कांग्रेस की वेबसाइट और ऐप से डाटा चोरी होने की बात कही थी. राहुल गांधी ने इसे लेकर रविवार को ट्वीट किया था कि- हाय, मैं नरेंद्र मोदी. मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं. जब आप मेरे ऑफिशियल ऐप के लिए साइन-अप करते हैं, तब मैं आपका पूरा डाटा अमेरिका की मेरी मित्र कंपनियों को दे देता हूं. इसपर भाजपा ने भी तुरंत पलटवार किया. भाजपा के नेशनल आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा- हाय, मेरा नाम राहुल गांधी है, मैं देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष हूं. जब आप हमारा ऐप इस्तेमाल करते हैं, मैं आपका डाटा सिंगापुर में अपने दोस्त को दे देता हूं.
इसके बाद खबर आई कि कांग्रेस ने प्ले स्टोर से अपना ऐप हटा लिया है. लेकिन पार्टी की तरफ से इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया गया. इसके बाद फिर से अमित मालवीय सामने आए और कहा कि कांग्रेस का ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है. बदलाव का मैसेज आ रहा है. हम पूछते हैं कि कांग्रेस पार्टी क्या छिपाने की कोशिश कर रही है? उसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि – नमो ऐप से आपके और आपके फ्रेंड की ऑडियो, वीडियो और कॉन्टेक्ट को गोपनीय तरह से रिकॉर्ड किया जा रहा है. इतना ही नहीं, जीपीएस से आपकी लोकेशन भी ट्रैक की जा रही है. मोदी बिग बॉस की तरह भारतीयों की जासूसी कर रहे हैं. अब वे हमारे बच्चों का डाटा चाहते हैं. 13 लाख एनसीसी कैडेट को भी इस ऐप को डाउनलोड करने के लिए फोर्स किया जा रहा है.
एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया कि वे अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने लिखा- मोदी पीएम पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. वे नमो ऐप के जरिए लाखों भारतीयों का डाटाबेस तैयार कर रहे हैं. सरकार इसे प्रमोट कर रही है. अगर प्रधानमंत्री तकनीक का इस्तेमाल कर भारत के लोगों से बात करना चाहते हैं, तो इसमें कुछ गलत नहीं है. लेकिन इसके लिए उन्हें आधिकारिक पीएमओ ऐप बनाना चाहिए. ये डाटा भारत का है, मोदी का नहीं.