छत्तीसगढ़ के सुकमा के मरईगुड़ा थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ कैंप में एक जवान की फायरिंग में सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के 4 जवानों की मौत हो गई और 3 जवान घायल हो गए।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में अर्धसैनिक बल के एक शिविर में सोमवार को सीआरपीएफ के चार जवान शहीद हो गए और तीन घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि यह घटना राज्य की राजधानी रायपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर जिले के लिंगमपल्ली गांव में सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के कैंप में तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुई।
अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, एक जवान ने अपने सर्विस हथियार एके-47 राइफल से अपने साथियों पर गोलियां चला दीं। जवान को तुरंत पकड़ लिया गया और उससे पूछताछ जारी है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल कर्मियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Chhattisgarh: Four jawans of CRPF 50 Bn killed and 3 injured in a case of fratricide in a CRPF camp in Maraiguda Police station limits of Sukma. A jawan had opened fire at the camp. pic.twitter.com/4ZF64RCNKM
— ANI (@ANI) November 8, 2021
आरोपी जवान गिरफ्तार
यह घटना 50 बटालियन कैंप की है। घायल जवानों को इलाज के लिए भद्राचलम अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक जिस जवान ने गोलियां चलाई वो रात में ड्यूटी पर तैनात था। अभी साफ नहीं हो पाया है कि उसने यह क्यों किया, लेकिन प्रारंभिक जानकारी में जवानों के बीच विवाद की बात सामने आ रही है। आरोपी जवान रितेश रंजन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मामले की हो रही है जांच
सीआरपीएफ के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। जवान द्वारा साथियों पर गोली चलाने की यह पहली घटना नहीं है, इसके पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। सुकमा पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घायल जवानों को अभी तेलंगाना के भद्राचलम में इलाज के लिए भेजा गया है।
मरने वालों में दो बिहार, एक पश्चिम बंगाल से
जानकारी के मुताबिक इस घटना में मारे गए जवानों में दो बिहार और एक पश्चिम बंगाल का रहने वाला था। बिहार के जवानों नाम धांजी और राजमणि बताया जा रहा है। वहीं पश्चिम बंगाल के जवान का नाम राजीब मंडल बताया जा रहा है। वहीं जानकारी के मुताबिक चौथे जवान का नाम धर्मेंद्र था, लेकिन वह कहां का रहने वाला था यह पता नहीं चल सकता है। घायल जवानों के नाम धर्मेंद्र कुमार सिंह, धर्मात्मा कुमार और मालया रंजन महाराणा बताए गए हैं।