नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : बीती रात झारखंड, गोड्डा जिले की लालमटिया कोयला खदान धंसने की वजह से बड़ा हादसा हो गया है. जानकारी के मुताबिक खदान के अन्दर 50 मजदूर दबे हुए हैं। हादसे वाली जगह पर बचाव अभियान चलाने के लिए एनडीआरएफ की टीम भी पहुँच गयी है. वही झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास इस पूरे मामले पर नजर बनाये हुए हैं और उन्होंने बचाव कार्य तेज़ी से करने का आदेश दिया है.
धंस चुकी खदान से अब तक दो लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. हादसे के बाद अँधेरे और कोहरे की वजह से बचाव अभियान शुरू नही किया जा सका था लेकिन सुबह अँधेरा कम होते ही बचाव कार्य तेज़ हो गया है.
हादसे वाली जगह पर पहुची एनडीआरएफ की टीम खदान में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए जी जान से जुट गयी है. जब ये हादसा हुआ तब मौके पर मौजूद बिजली के खम्भे भी गिर जाने की वजेह से बिजली चली गयी और अँधेरे में ही अभियान मंद गति से चलता रहा. इस हादसे में मौके पर काम कर रही मशीने भी दब गयी हैं.
हादसे में घायल लोगों को पास के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है. कोयला और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वो खुद खदान हादसे पर नजर रख रहे हैं और उन्होंने हादसे की जाँच के आदेश दे दिए हैं. हादसे के बाद सीआइएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात संतरी सुरक्षित है.