भोपाल। क्राइसेस मैनेजमेंट बैठक महज एक दिखावा होकर रह गई है। बुलाए गए प्रतिनिधियों से कोई चर्चा करने, सुझाव लेने और उसके मुताबिक अमल करने की बजाए सीधे सीएम का फरमान सुनाया जाता है। ऐसी बैठक में जाने का ओचित्य क्या रह जाता है, इसलिए मैंने आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक में जाना बंद कर दिया है।

राजधानी के मध्य क्षेत्र विधायक आरिफ मसूद ने लगातार बढ़ाए जा रहे कर्फ्यू को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए ये बात कही। मसूद ने कहा कि कर्फ्यू या लॉक डाउन किसी समस्या का हल नहीं है, बल्कि इससे लगातार लोगों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला लेता है तो पहले उसको मजदूर, गरीब तबके के लोगों और दिहाड़ी पर काम करने वालों की फिक्र करना चाहिए, उन्हें आर्थिक पैकेज दिया जाना चाहिए। ताकि वे अपनी दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर सकें। विधायक मसूद ने कहा कि corona कर्फ्यू के हालात से सबसे ज्यादा परेशान मध्यम वर्ग का व्यक्ति हुआ है, जो अपनी परेशानी किसी को बता भी नहीं सकता और कर्ज के लिए किसी के सामने हाथ भी नहीं फैला सकता। नतीजा यह है कि कई लोग डिप्रेशन का शिकार हो गए तो कई आत्महत्या की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं।

विधायक मसूद ने कहा कि कोविड हालात को नियंत्रित करने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। जिसको सहेजने के लिए उसे सबसे आसान तरीका लॉक डाउन के नाम पर लोगों को घरों में कैद करना ही लगता है। ये स्थिति कुछ दिन और बरकरार रही तो हालात विस्फोटक हो जायेंगे और लोगों को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाएगा। इस स्थिति में अपराध बढ़ने और मारकाट के हालात भी बन सकते हैं।
________


   रिपोर्ट खान आशु

Adv from Sponsors