उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो चूका है और नई सीएम के रूप में आज त्रिवेंद्र सिंह रावत शपथ ग्रहण करेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से देहरादून पहुंच गए हैं। पीएम मोदी 2 बजकर 17 मिनट पर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वे चॉपर से देहरादून के जीटीसी हेलीपैड पहुंचे। वे परेड ग्राउंड स्थित शपथ ग्रहण स्थल में आपराह्न तीन बजे पहुंचें।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर राज्यपाल डॉ. केके पॉल और उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया पीएम मोदी का स्वागत। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ हेलीकॉप्टर से देहरादून रवाना हो गए। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर ने जीटीसी हेलीपैड के लिए उड़ान भरी। यहां पीएम मोदी आधे घंटे रुकें।
आरएसएस के प्रचारक रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत आज शाम 5 बजे देहरादून के परेड ग्रांउड में सीएम पद की शपथ लेंगे। रावत का मंत्रिमंडल भी तय हो गया है। उनके साथ 9 विधायक भी मंत्री पद की शपथ लेंगे। इसमें कुछ नए तो कुछ पुराने दिग्गजों में जगह मिली है। दो पद अभी खाली छोड़े गए हैं। इनपर जल्द नामों का ऐलान होगा। इसमें कुमाऊं मंडल से चार विधायकों को मौका मिला है।
कैबिनेट मंत्री
सतपाल महाराज – लोकसभा चुनाव 2014 के समय कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आए। रेल राज्य मंत्री रह चुके महाराज सीएम पद की दौड़ में भी शामिल थे।
मदन कौशिक- भाजपा के बड़े नेता हैं, हरिद्वार से लगातार चौथी बार जीतकर आए हैं। मैदान में भाजपा का बड़ा चेहरा हैं।
प्रकाश पंत- भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, सीएम की दौड़ में भी पूरी तरह शामिल रहे हैं। 2007 में भाजपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
यशपाल आर्य – आर्य कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। वे कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। टिकट बंटवारे से ठीक पहले आर्य बेटे संजीव आर्य समेत कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे।
डा.हरक सिंह रावत- कांग्रेस से बगावत कर भाजपा के टिकट पर कोटद्वार से जीतकर आए हैं। कांग्रेस सरकार में भी कैबिनेट मंत्री रहे हैं।
सुबोध उनियाल – कांग्रेस से बगावत में अहम भूमिका रही। पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के खास हैं। नरेंद्रनगर से जीतकर आए हैं।
अरविंद पांडे – गदरपुर से भाजपा विधायक अरविंद पांडे लगातार चौथी बार विधायक रह चुके हैं। वे पालिकाध्यक्ष भी रह चुके हैं। वे ऊधमसिंह नगर में भाजपा के बड़े चेहरे हैं।
राज्यमंत्री
धन सिंह रावत- आरएसएस से लंबे समय तक जुड़े रहे हैं। श्रीनगर से चुनाव जीतकर आए हैं। केंद्र में अच्छी पकड़ है।
रेखा आर्य- कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में आई रेखा आर्य भी सांसद और पूर्व सीएम कोश्यारी की करीबी हैं। महिला होने के नाते मंत्रीमंडल में जगह मिली है।
ये हैं वो वजहें जिसने त्रिवेंद्र रावत को बनवाया उत्तराखंड का मुख्यमंत्री
1- त्रिवेंद्र रावत 15 साल आरएसएस से जुड़े रहे और आज भी संघ में उनकी मजबूत पकड़ है।
2- झारखंड प्रभारी रहते हुए भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनना उनके पक्ष में गया
3- भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भरोसेमंद होने की वजह से भी सीएम की कुर्सी मिली
4- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के चुनाव हारने के बाद वह पार्टी और संघ की प्रमुख पसंद बने
5- सादगी और पहाड़ को लेकर स्पष्ट एजेंडा भी त्रिवेंद्र का सीएम बनने का मजबूत पक्ष रहा है।