नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही कड़क फैसलों की मानो बाढ़ सी आ गयी है. आदित्यनाथ ने जहाँ एक तरफ प्रदेश में चल रहे अवैध बूचड़खानों को बंद करवाने का फरमान दे दिया है वहीं सड़क पर घूमने वाले शोहदों की धरपकड़ के लिए ‘एंटी रोमियो’ का गठन कर दिया है. अब योगी सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए एक ऐसा फरमान सुनाया है जिसके चलते उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल सकती है.
दरसअसल के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार प्रदेश में सिटीजन चार्टर लागू करेगी, जिसे सभी को मानना होगा। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। एक इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्ता योगियों के लिए है भोगियों के लिए नहीं है।
योगी बोले कि एंटी रोमियो स्क्वॉड का किसी धर्म और जाति से कोई लेना देना नहीं है। उनका मकसद ऐसा वातावरण देना चाहते हैं कि माताएं-बहनें या लड़कियां किसी भी समय बिना भय के अपने घर से बाहर कहीं भी आ जा सकें। मनचलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मैं या कोई भी कानून को तोड़ेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। अपराधी का जाति या मजहब नहीं देखा जाएगा, सब पर समान कार्रवाई होगी। योगी ने आगे बताते हुए कहा की अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण किसी भी बच्चे की मौत होती है तो इसके लिए जिला चिकित्साधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने ने कहा कि अगर भूख के कारण कोई मौत होती है तो उसे क्षेत्र का जिलाधिकारी इसके लिए जिम्मेदार होगा।
उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का बकाया 40 दिनों के अंदर चीनी मील मालिकों ने नहीं दिया तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
योगी आदित्यनाथ के इन तेज़ तर्रार फैसलों से प्रदेश वासियों के अंदर एक आशा जगी है. योगी ने कहा था कि वो उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बना देंगे जिसके लिए उन्होंने कमर कस ली है अब ये तो वक्त ही बताएगा कि योगी अपने मकसद में कितना कामयाब होते हैं लेकिन योगी इस दिशा में काम करने की रफ़्तार को हर रोज़ बढ़ाते जा रहे हैं.