पाकिस्तान प्रायोजित आतंक के मुद्दे पर अमेरिका ने बेहद कड़ा रुख अख्तियार किया है. सीआईए चीफ माइक पॉमपियो ने कहा है कि पाकिस्तान अगर अपनी जमीन पर मौजूद आतंकी पनाहगाहों को खत्म नहीं करता, तो अमेरिका इन ठिकानों को तबाह करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. रीगन नेशनल डिफेंस फोरम के एक प्रोग्राम में सीआईए चीफ ने पाकिस्तान को सीधे-सीधे वॉर्निंग दी. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान उन टारगेट्स को हासिल नहीं कर पाता है जो हमने बताए हैं, तो हम वो हर मुमकिन कदम उठाएंगे, जिससे ये तय किया जा सके कि पाकिस्तान में आतंकी पनाहगाहें अब और नहीं चल सकतीं.
गौरतलब है कि अमेरिका ने साउथ एशिया के लिए नई नीति बनाई है. इस नई नीति के बाद से ही पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में तनाव देखा जा रहा है. इसी के मद्देनजर पाकिस्तान पर आतंकी गुटों खासकर हक्कानी नेटवर्क और तालिबान पर सख्त कार्रवाई करने का दबाव है. यूएस डिफेंस सेक्रेटरी (रक्षा मंत्री) जिम मैटिस सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे. यहां वे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से मिलेंगे. पेंटागन चीफ बनने के बाद मैटिस पहली बार पाकिस्तान के दौरे पर हैं. पाकिस्तान पहुंचने के पहले यूएस डिफेंस सेक्रेटरी मैटिस ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि हमारी नई साउथ एशिया नीति के तहत हम तालिबान को हराने के लिए पाकिस्तान की मदद चाहते हैं. हमें उम्मीद है कि जब तक उन्हें हराया नहीं जाता तब तक वे अफगानिस्तान सरकार के आगे नहीं झुकेंगे. हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान वो वादें जरूर पूरा करेगा, जो उसने आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ने को लेकर हमसे किया है.
उनके दौरे को लेकर सीआईए चीफ माइक पॉमपियो ने कहा है कि मैटिस पाकिस्तान को बताएंगे कि प्रेसिडेंट ट्रम्प और अमेरिका क्या चाहता है. हम चाहेंगे कि पाकिस्तान हमारी बात माने. हम अफगानिस्तान में जो करना चाहते हैं, उसमें वो मदद करे.