कांग्रेस प्रवक्ता मुनव्वर कौसर ने सीएम को लिखी चिट्टी , बोले सभी पत्रकारों को मिले लाभ
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पत्रकारों को फ्रंट लाइन वारियर्स तय किया जाना एक बेहतर फैसला है, इसका स्वागत किया जाना चाहिए। लेकिन इस बीच तय की गई अधिमान्यता की सीमारेखा उन सभी पत्रकारों के लिए कुठाराघात और अन्याय जैसा है, जो वास्तविक रूप से मैदान में मौजूद रहकर काम कर रहे हैं, लेकिन सरकारी प्रक्रियाओं से उन्हें अधिमान्यता की श्रेणी नहीं दी है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मुनव्वर कौसर ने मुख्यमंत्री को लिखी चिट्टी में यह बात कही है। उन्होंने लिखा है कि प्रदेश में ऐसे हजारों पत्रकार हैं, जिनके पास शासकीय अधिमान्यता नहीं है, लेकिन वे ही वास्तविक रूप से मैदान में मौजूद रहकर खबरों के लिए खतरे उठा रहे हैं। इसके विपरीत सैंकड़ों ऐसे अधिमान्य पत्रकार भी मौजूद हैं, जिनके पास नाम मात्र की अधिमान्यता है, लेकिन वे कभी फील्ड की रिपोर्टिंग नहीं करते हैं। इनमें से अधिकांश ऐसे भी हैं, जिन्हें लिखना भी याद नहीं है।

कौसर ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पत्रकारों को दिए जाने वाले सभी तरह के लाभ और सुविधाओं के लिए किसी तरह की सीमारेखा निर्धारित नहीं होना चाहिए। बल्कि इसका फायदा सभी एक्टिव पत्रकारों को मिलना चाहिए। मुनव्वर ने कहा है कि पत्रकारों की अधिमान्यता देखने की बजाए उनकी वास्तविकता परखने के लिए उनके संबंधित संस्थान से जानकारी और तस्दीक ली जाना चाहिए, जिससे पता लग सके कि पत्रकार वास्तविक रूप से काम कर रहा है या नहीं।

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