चमकौर साहिब के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के नए सीएम के रूप में शपथ ली। वह प्रदेश के पहले दलित मुख्यमंत्री बन गए हैं।
राहुल गांधी ने दी चन्नी को शुभकामनाएं
राहुल गांधी राजभवन पहुंच चुके हैं। उनके साथ हरीश रावत और अजय माकन भी चन्नी को बधाई देने पहुंचे। राहुल ने चन्नी को शुभकामनाएं दी।
चन्नी के साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने भी डिप्टी सीएम की शपथ ले ली है। रंधावा जट्ट सिख कम्युनिटी से हैं। वहीं, सोनी हिंदू नेता हैं। दूसरे डिप्टी सीएम के तौर पर पहले ब्रह्ममोहिंदरा का नाम घोषित किया गया था। हालांकि उनके कैप्टन के करीबी होने की वजह से अब उनकी जगह ओपी सोनी डिप्टी सीएम हो सकते हैं।
पंजाब के इतिहास में चन्नी पहले दलित मुख्यमंत्री हैं। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के समर्थन से चन्नी CM की कुर्सी पाने में कामयाब रहे। यह कुर्सी कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
1967 के बाद से पंजाब में नहीं बना कोई गैर जट्ट मुख्यमंत्री
रामगढ़िया सिख बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले ज्ञानी जैल सिंह को छोड़ दें तो 1967 के बाद पंजाब में गैर जट कभी मुख्यमंत्री नहीं बना। दरअसल, पंजाब में 34 आरक्षित सीटें हैं, जिनमें रविदासिया समाज, भगत बिरादरी, वाल्मीकि भाईचारा, महजबी सिख का खासा वोट बैंक है।
शपथ के बाद मंत्रिमंडल पर नजर
चरणजीत चन्नी के शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल पर नजर रहेगी। चन्नी अब तक तकनीकी शिक्षा मंत्री रहे हैं। अब उनके पास कौन-सा मंत्रालय रहेगा। दो डिप्टी CM के पास कौन-सी जिम्मेदारी होगी। सबसे बड़ा सवाल यह कि अब कौन मंत्री बनेगा और कैप्टन सरकार के मंत्रियों में से किसका पत्ता कटेगा। चन्नी के CM बनने के बाद कांग्रेस दलित कार्ड खेल चुकी है। ऐसे में साधु सिंह धर्मसोत की वापसी मुश्किल हो गई है। उन पर दलित स्टूडेंट्स की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में घोटाले का आरोप है।
दोपहर में कैप्टन से मिलने जाएंगे चन्नी
चरणजीत चन्नी शपथ ग्रहण समारोह के लिए राजभवन जाने से पहले हरीश रावत से मिलने जा रहे हैं। विधायक कुलदीप सिंह वैद्य ने बताया कि दोपहर में चन्नी कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करेंगे।
ब्रह्म मोहिंद्रा और सुखजिंदर रंधावा होंगे डिप्टी सीएम
चरणजीत चन्नी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राहुल गांधी शामिल होंगे। वहीं ब्रह्म मोहिंद्रा और सुखजिंदर रंधावा डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे।
सिद्धू को साधकर चलेगी पार्टी
पंजाब कांग्रेस में चल रही सियासी उठापटक के बीच पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को पूरी तरह साधकर चलेगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह को पद से हटाने से लेकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने तक सिद्धू की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने भी साफ कर दिया है कि 2022 विधानसभा चुनाव में सिद्धृ ही पार्टी का चेहरा होंगे।