दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं, बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया से ड्रग तस्करी के आरोपों पर लिखित में माफ़ी मांगने के बाद पार्टी की मुश्किलें और बढ़ गयी हैं. बता दें कि केजरीवाल के इस कदम के बाद अब पंजाब में आम आदमी पार्टी का अस्तित्व ख़त्म होने की कगार पर है, पंजाब में पार्टी का अस्तित्व ही खत्म होने की कगार पर है. पाटीं के बागी विधायक और नेता पंजाब में अाप से अलग होकर नई पार्टी बनाने की तैयारी में हैं.
आज नई पार्टी को लेकर कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है. पंजाब में आप के 20 विधायकों में से 15 बागी हो चुके हैं केजरीवाल के फैसले से नाराज आप के बागी विधायकों ने नई पार्टी बनाने को लेकर कानूनी सलाह लेनी शुरू कर दी है. संभावना है कि अाज या अगले एक-दो दिनों में नई पार्टी किस रूप में होगी इसका खुलासा कर दिया जाएगा. पार्टी के प्रदेश प्रधान भगवंत मान और उप प्रधान अमर अरोड़ा अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं और बैंस ब्रदर्स सिमरनजीत सिंह बैंस व बलविंदर सिंह बैंस ने आप से गठबंधन लिया है.
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आप की राष्ट्रीय इकाई से अलग होकर आप पंजाब या किसी नई पार्टी के बैनर तले आप के बागी विधायक एकत्र हो सकते हैं. दलबदलू कानून के तहत कार्रवाई से बचने के लिए आप के 15 विधायक एक मंच पर होने चाहिए. शुक्रवार को आप विधायक दल की बैठक में 15 विधायकों ने साफ कर दिया कि पंजाब में वे राष्ट्रीय इकाई से अलग राह पर चलेंगे.