भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया। क्वार्टर फाइनल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से मात दी। इस जीत के साथ भारतीय महिला हॉकी सेमीफाइनल में पहंच गई। ओलंपिक इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब भारत की महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची। अब सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला अर्जेंटीना होगा।
टीम इंडिया के लिए यह जीत बेहद खास है। क्योंकि भारतीय महिला हॉकी की टीम की शुरुआत टोक्यो ओलंपिक में ठीक नहीं हुई और उसे तीन मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन रानी रामपाल की अगुवाई वाली टीम ने हार नहीं मानी और शानदार तरीके से एक के बाद एक मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची।
टीम को इस कठिन मुकाबले के लिए मानसिक रूप से तैयार करने में कोच जोरेड मारिज्ने की भी बहुत बड़ी भूमिका रही। उन्होंने चक दे इंडिया मूवी के किरदार कबीर खान की तरह मैच से एक दिन पहले टीम की खिलाड़ियों से लंबी बात कर उनका हौसला बढ़ाया था।
कहा था-ऑस्ट्रेलिया की टीम होगी दबाव में
मारिज्ने ने खिलाड़ियों से कहा था कि यह मत सोचो कि ऑस्ट्रेलिया की टीम कितनी मजबूत है। ऑस्ट्रेलिया की मजबूती और कमजोरी पर ध्यान देने के बजाय यह सोचो कि तुम लोग क्या कर सकती हो। तुम लोगों ने आयरलैंड को हराया। वह पिछले वर्ल्ड कप की फाइनलिस्ट है। फिर साउथ अफ्रीका को भी हराया। मोमेंटम हमारी टीम के साथ है। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया दबाव में होगा।
अपना चक दे मोमेंट लिखना चाहते थे मारिज्ने
भारतीय कोच मारिज्ने देश में महिला हॉकी के ऊपर बनी सबसे कामयाब फिल्म चक दे इंडिया देख रखी है। उन्होंने दो दिन पहले कहा था-जब से मैं इस टीम के साथ जुड़ा हूं अपने अनुभवों को लगातार लिखता जा रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरा भी चक दे मोमेंट आएगा और हमारी टीम ऐतिहासिक सफलता हासिल करेगी। ऐसा एक मोमेंट तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के साथ आ गया है।
सबसे मजबूत डिफेंस में लगाई सेंध
ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम इस ओलिंपिक में सबसे मजबूत डिफेंस वाली टीम रही है। ऑस्ट्रेलिया ने पूल स्टेज के पांच मैचों में सिर्फ एक गोल खाया। वहीं, उसकी ओर से 13 गोल हुए। दूसरी ओर भारतीय टीम पूल स्टेज में 14 गोल खा चुकी थी और गोल किए थे सिर्फ सात।
अब अर्जेंटीना से मुकाबला
भारतीय टीम सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 4 अगस्त को भिड़ेगी। अर्जेंटीना ने एक अन्य क्वार्टर फाइनल मैच में जर्मनी को 3-0 से हराया।