दिल्ली हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद चिदंबरम राहत की उम्मीद लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे लेकिन यहां भी उन्हें राहत नहीं मिली. उनकी याचिका पर शीर्ष कोर्ट में सुनवाई हुई. वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और विवेक तनखा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे.
कपिल सिब्बल ने कहा कि बिना सुनवाई के चिदंबरम की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए. जस्टिस रमना ने कहा कि वह इस मामले पर कोई आदेश नहीं दे रहे हैं, इस मामले को वह चीफ जस्टिस के पास भेज रहे हैं. चीफ जस्टिस मामले को देखेंगे. कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि जब तक अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई ना हो जाए. चिदंबरम को गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए. जस्टिस रमन्ना की पीठ ने सीजेआई को मामला भेज दिया जिसके बाद चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की कोर्ट में पहुंचे.
जानकारी के अनुसार चिदंबरम के वकील ने इस मामले को चीफ जस्टिस के समक्ष तुरंत सुनवाई के लिए पहले से मेंशन नहीं किया था. बताया जा रहा है कि पांच जजों की बेंच जिसमें चीफ जस्टिस भी शामिल हैं वह अयोध्या केस की सुनवाई कर रहे हैं. इधर, ईडी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है.
यहां चर्चा कर दें कि चिदंबरम को राहत दिलवाने के लिए देश के वरिष्ठ वकीलों की टीम सुप्रीम कोर्ट में मौजूद थी. चिदंबरम के वकील ने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है. दिल्ली हाई कोर्ट के द्वारा अंतरिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में पी. चिदंबरम के वकीलों ने स्पेशल लीव पिटिशन (एसएलपी) डाली थी. इन्होंने हाई कोर्ट के आदेश से राहत देने की मांग की थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील सलमान खुर्शीद ने पी. चिदंबरम के मामले में सीबीआई की कार्रवाई को अन्यायपूर्ण करार दिया है.
पूर्व वित्त मंत्री के वकील का जांच एजेंसी से सवाल
आईएनएक्स मीडिया मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत की याचिका खारिज होने के बाद सीबीआई अधिकारी पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे, लेकिन वहां उनसे मुलाकात नहीं होने पर अधिकारियों ने नोटिस जारी कर उन्हें दो घंटे में पेश होने का निर्देश दिया. इसके बाद भी चिदंबरम नहीं पहुंचे जिसके बाद सीबीआई को खाली हाथ लौटना पड़ा. आज सुबह पूर्व वित्त मंत्री के वकील अर्शदीप सिंह खुराना ने जांच एजेंसी को पत्र लिखकर पूछा है कि आपने मेरे मुवक्किल के घर के बाहर जो नोटिस चस्पा की है, उसमे यह नहीं बताया है कि आखिर किस कानून के तहत चिदंबरम को दो घंटे के भीतर पेश होने के लिए कहा गया है. इधर , मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस पूरी तरह से चिदंबरम के बचाव में उतर चुकी है. मामले को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी मुख्यालय बुलाया गया है. माना जा रहा है कि इस बैठक में ताजा हालात पर चर्चा हो सकती है.
सीबीआई पहुंची आवास
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम साढ़े छह बजे सीबीआई अधिकारी चिदंबरम के दिल्ली में जोर बाग स्थित आवास पहुंचे, पर वह वहां नहीं मिले. सीबीआई अधिकारियों का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी कर रहे थे. हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं है कि अधिकारी चिदंबरम के आवास पर उन्हें गिरफ्तार करने गए थे या पूछताछ के लिए. अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम के आवास पर गयी टीम के सदस्यों ने सीबीआई मुख्यालय आकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की.
आवास पर नोटिस चस्पा
टीम के सदस्यों ने चिदंबरम के आवास पर नोटिस चस्पा किया जिसमें सीबीआई के उपाधीक्षक आर पार्थसारर्थी के समक्ष पेश होकर सीआरपीसी की धारा 161 के तहत बयान दर्ज कराने को कहा गया. सूत्रों ने बताया कि समन चिदंबरम को ई-मेल के जरिये भी भेजा गया है.
प्रियंका गांधी उतरीं समर्थन में
गिरफ्तारी के डर गायब हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिंदबरम के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उतर चुकीं हैं. उन्होंने कहा है कि पी. चिदंबरम राज्यसभा के योग्य और सम्मानीय सदस्य हैं. देश की वित्त मंत्री और गृह मंत्री के रूप में उन्होंने दशकों तक सेवा की है. वह सत्ता की असफलताओं को बेनकाब करते हैं. कायरों के लिए सच असुविधाजनक है, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. हम उनके साथ साथ खड़े हैं और सच के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे नतीजे जो भी हों.