नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : एमब्रेयर विमान सौदे में हुए घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. सीबीआई की टीम को अमेरिका से कुछ अहम दस्तावेज मिले हैं जो इस मामले के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अमेरिका का न्याय विभाग भी इस मामले की जांच कर रहा है.
एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि हाल में ही एक टीम ने अमेरिका का दौरा कर एम्ब्रेयर डील से संबंधित दस्तावेज हासिल किए हैं जो भारत में हुई इस डील के भ्रष्टाचार के आरोपों को साबित करने में अहम् भूमिका निभा सकते हैं.
सीबीआई ब्राजील की जांच एजेंसियों के साथ भी संपर्क में भी है जिससे एयरोस्पेस समूह के बारे में जानकारी हासिल की जा सके जिस पर बिचौलिये बिपिन खन्ना के द्वारा घूस की रकम देने का आरोप है।
इस मामले में 5.70 मिलियन डॉलर की घूस दी गयी थी और इस सब में बिपिन खन्ना भी शामिल हो सकते है. अपनी एफआईआर में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 2008 में तीन एयरक्राफ्ट के लिए एक कांट्रेक्ट के रूप में 5.70 मिलियन डॉलर का भुगतान किया गया था।
डिफेंस डील की जांच कर रही सीबीआई की जांच में भी खन्ना का नाम आ चुका है. ब्राजील की एम्ब्रेयर और सिंगापुर की इंटेरदेव प्राइवेट लिमिटेड नाम की कम्पिनियों से भी खन्ना का नाम जुड़ रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने सितंबर 2016 में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुए 20.8 करोड़ डॉलर के एम्ब्रेयर विमान सौदे में रिश्वत के आरोपों की जांच करने को कहा था। यह डील 2008 में ब्राजील की विमान निर्माता कम्पनी एम्ब्रेयर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ हुई थी।