कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए शोरभ कालिया के पिता एन के कालिया ने भारत-पाक के बीच रद्द हुए इस वार्ता को उचित ठहराया है. गौरतलब है कि पाक के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वार्ता की पेशकश की थी, जिसे भारत ने स्वीकार करते हुए आने वाली 26 सितंबर को अमेरिका में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता तय की थी.
लेकिन, बीते शुक्रवार को पाक का नापाक चेहरा सामने आ गया, जिसके परिणामस्वरूप भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने भारत-पाक के बीच तय हुई इस वार्ता को रद्द होने की घोषणा की है. जिसका कांग्रेस समेत देश के अन्य बुद्धिजीवी वर्ग के लोग सरकार के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं.
इसी बीच में कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए सोरभ कालिया के पिता एन के कालिया ने सरकार के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने एक बार फिर दोनों देशों के बीच बरकरार इस वैमनस्य को खत्म करने के मौके को गंवा दिया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा से ही इस तरह की परेशानियों का जनक रहा है, खासकर उस समय जब दोनों देशों के बीच वार्ता की और रिश्ते सुधारने की पेशकस की जाती है. साथ ही उन्होंने कहा, मैं तो इस बात से डर रहा था कि पाकिस्तान भविष्य में भी अपने करतूत से तो सुधारेगा नहीं, जिसको ध्यान में रखते हुए हमारे लिये ये वार्ता केवल और केवल और समय और उर्जा को जाया करने जैसा था.
साथ ही उन्होंने कहा कि देश के प्रति प्रेम रखने वाले लोग सरकार के इस फैसले का स्वागत करेंगे. गौरतलब है कि पाक के आतंकवादियों ने शुक्रवार को तीन पुलिसकर्मियों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था. जिसके फलस्वरुप सरकार का वार्ता को रद्द करने का फैसला आया था.