खादी ग्रामोद्योग के कैलंडर-डायरी पर गांधी के बदले अपनी तस्वीर छापे जाने से प्रधानमंत्री नाराज हैं. बताया जा रहा है कि तस्वीर छापे जाने से पहले पीएमओ से इजाजत नहीं ली गई थी. अब इसे लेकर पीएमओ ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय से स्पष्टीकरण मांगा है.
गौरलतब है कि खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर और डायरी पर महात्मा गांधी की फोटो की जगह प्रधानमंत्री मोदी की चरखा चलाती तस्वीर छापी गई थी. जिसका चौतरफा विरोध हुआ. इसके लिए सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम की चिंता अपने पीआर कैंपेन पर ज्यादा है. कौन सा कुर्ता पहनना है? कैसा लगना है? क्या ट्वीट करना है? यही पीएम मोदी की विचारधारा है. वहीं भाजपा प्रवक्त संबित पात्र ने कहा था कि एक गैर मुद्दे को बेवजह तुल दिया जा रहा है.
केवीआईसी में ऐसा कोई नियम नहीं है कि केवल गांधीजी के चित्र का ही उपयोग किया जा सकता है. केवीआईसी के कैलेंडरों और डायरी में गांधीजी के चित्रों का इस्तेमाल 1996, 2002, 2005, 2011, 2012 और 2013 में उपयोग नहीं किया गया था. हालांकि इस मामले में सफाई देते हुए पीएमओ ने कहा था कि इसमें कोई विवाद नहीं दिख रहा है और गांधी की तस्वीर छपना कोई तय नियम या कानून नहीं है.