बुलंदशहर हिंसा की जांच कर रही पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. बताया जा रहा है कि मौके पर तैनात इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के मौत का आरोपी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार देर रात को पुलिस ने जीतू फौजी को अपनी गिरफ्त में ले लिया.
बता दें कि जीतू फौजी राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात है और वो 15 दिनों की छुट्टी लेकर अपने घर आया था. इतना ही नहीं, वो घटनास्थल पर भी मौजूद था उसके ऊपर ये आरोप लगाए जा रहे हैं कि उसने ही सुबोध सिंह पर गोली चलाई थी. फिलहाल, पुलिस इसको लेकर आश्वस्त नहीं है कि उसी ने सुबोध पर गोली चलाई थी की नहीं.
इसके साथ ही जीतू फौजी की गिरफ्तारी को लेकर सेना के उच्च पदों पर आसीन लोगों ने जीतू फौजी को हिदायत दी है कि वे पुलिस की कार्रवाई में सहयोग करें. हालांकि, इस मामले को लेकर पुलिस ने पहले भी 27 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया हुआ है.
वहीं, सूत्रों के मुताबिक ये भी जानकारी मिली कि जम्मू-कश्मीर में पुलिस की दो टीमें जीतू फौजी की तलाशी के लिए लगी हुई थी. बताया ये भी जा रहा है कि जीतू फौजी को पुलिस शनिवार शाम को बुलंदशहर में भी ला सकती है.
वहीं, बजरंग दल का कार्यकर्ता योगेश अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. इसके साथ ही उसने वीडियो जारी कर कहा कि मैंने सुबोध कुमार पर गोली नहीं चलाई है क्योंकि घटनास्थल पर तो मैं मौजूद ही नहीं था.
वहीं, इस मामले में जीतू फौजी ने भी कहा कि मैं गांव में था. अब छुट्टियों में गांव आया हुआ था तो जैसे ही मुझे मालूम पड़ा कि गांव में गौ के अवशेष पड़े हुए मिले हैं इसलिए में घटनास्थल पर चला गया था, लेकिन मैंने सुबोध पर गोली नहीं चलाई है.