वायुसेना चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने MI-17 हेलीकॉप्टर को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद वायुसेना ने कश्मीर में अपने ही हेलीकॉप्टर को मार गिराया था. ये हमारी बड़ी चूक थी. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की गई.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस मामले में दो अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है. उच्च स्तरीय जांच में अगस्त में सामने आया कि भारतीय वायुसेना की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल ने कश्मीर के बडगाम में 27 फरवरी की सुबह एमआई-17 हेलीकॉप्टर को मार गिराया था, जब पाकिस्तानी और भारतीय वायुसेना के बीच हवाई संघर्ष हुआ था.
बता दें कि भारतीय वायुसेना की तरफ से पाकिस्तानी सीमा के अंदर घुसकर बालाकोट स्थित आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक किया था. इन कैंप में जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी. वायुसेना की तरफ से किए गए एयरस्ट्राइक में दो सौ से ज्यादा आतंकी मारे गए थे. इस तरह से वायुसेना ने पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत का बदला लिया.
वायुसेना चीफ कहा कि कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और वायुसेना दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई कर रही है. इस दौरान राकेश कुमार भदौरिया ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि वायुसेना की अभियान संबंधी तैयारियां बेहद ऊंचे स्तर की हैं और पिछले साल बालाकोट हवाई हमले समेत उसने इस दिशा में कई उपलब्धियां हासिल कीं. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.