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नई दिल्ली। रोहिंग्या मुसलमानों के लिए प्रार्थना सभा कराने पर बीजेपी ने महिला नेता को निष्कासित कर दिया। उन्हें शोकॉज नोटिस भी जारी किया गया। बेनजीर अरफान भारतीय जनता मजदूर मोर्चा की चीफ एक्जीक्यूटिव थीं। आरोप है कि दूसरे संगठन के प्रदर्शन के लिए बेनजीर ने बीजेपी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया।

आरोप लगाया कि इसके लिए पार्टी के सीनियर नेताओं से पूछा भी नहीं गया। असम में तीन तलाक के खिलाफ कैंपेन चलाने वालीं बेनजीर ने कहा कि ये सिर्फ एक प्रार्थना सभा थी। उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए इतना करने के बावजूद मुझे बेवजह निशाना बनाया जा रहा है। मैं कभी बीजेपी में वापस नहीं लौटूंगी।

बेनजीर ने मांग की है कि नरेंद्र मोदी मेरे साथ हुई नाइंसाफी पर कार्रवाई करें। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने भारत में अवैध तरीके से रहने वाले 40 हजार रोहिंग्या को वापस भेजने की बात कही है।

बेनजीर ने एक अंग्रेजी अखबार से कहा कि अल्पसंख्यकों को एकजुट करने के लिए एक NGO ने इवेंट कराया था। इसमें म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों के लिए प्रार्थना की गई थी। इस पर बीजेपी आलाकमान को लगता है कि ये भारत में अवैध तौर पर रहने वाले रोहिंग्या के लिए लॉबिंग की जा रही है।

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