बीजेपी के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्वनी उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने इस बात की मांग की है कि वो दिल्ली का नाम बदलकर इन्द्रप्रस्थ रख दें.
इसके साथ ही उन्होंने अपने पत्र में जिक्र किया है कि हमारे देश में विदेशी ताकतों ने हमारे देश को बहुत बुरे तरीके से प्रभावित किया है जिससे हमारे देश के लोगों को अपने अतीत के बारे में ढंग से परिचय ही नहीं हो पाया है.
आपको बता दें अश्वनी उपाध्याय ने अपने पत्र में इस बात का उल्लेख किया हैं कि देश की राजधानी दिल्ली का नाम इन्द्रप्रस्थ रखा जाए और इसके साथ ही इंडिया गेट का नाम भारत द्वारा रखा जाए, इतना ही नहीं उन्होंने राजघाट का नाम धर्मपंथ रखने का सुझाव दिया है, जिससे की जनमानस अपनी जड़ से जु़ड़ाव महसूस कर सके.
गौरतलब है कि अगर हम अपने इतिहास में जाए तो हम पाऐंगे कि विदेश हमलावरों ने जह हमारे देश पर हमला किया तब उन्होंने न केवल हमारे देश को लूटा बल्कि उन्होंने हमारे देश प्रमुख नगरों और स्थलों का नाम भी बदल दिया जिससे कहीं न कहीं हमारे खफा भी नजर आए.
मालूम हो कि ये विभिन्न प्रकार के नाम जैसे इंडिया गेट, अहमदाबाद, फैजाबाद, पटना, औरंगाबाद, ये सभी नाम विदेशी अंक्रान्ताओं के द्वारा ही रखा गया है. जिसका समय समय पर हमारे पुरखों ने कई बार विरोध किया
गौरतलब है मुगलों और अंग्रेजों कि आजादी के बाद भी हमारे देश के प्रमुख स्थलों का नाम बदला गया है कि उदारहण के तौर पर गुडूगांव का नाम सन 2016 में गुरुगांव कर दिया गया था इतना हि नहीं इससे पहले भी हमारे देश में शहरों के नाम बदले गए है जैसे 1996 में मद्रास से चेन्नई, 2001 में कलकत्ता से कोलकाता, 2006 में पांडिचेरी से पुडूचेरी, 2007 में बेंगलौर से बेंगलेरु, 2014 में मंगलोर से मंगलेरु रखा गया.