राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासी समर उफान पर है. हर एक सियासी दल और संगठन राम मंदिर को लेकर अपने विचार साझा कर रहा है, लेकिन इस बीच में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुंबई से सटे उत्तेन में संघ के दी दिवसीय कार्यक्रम में उनसे मिलने पहुंचे.
इस समय राम मंदिर निर्मान को लेकर पारा गर्म है. सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतजार है. गौरतलब है कि इससे पहले भी संघ राम मंदिर निर्मान को लेकर अध्यादेश लाने की मांग कर चुका है.
राकेश सिन्हा ने विपक्षी पार्टियों से पूछा सवाल…
राकेश सिन्हा ने गुरुवार को राम मंदिर मुद्दे को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि हम संसद के शीतकालीन सत्र में प्राईवेट विधेयक पेश करेंगे, क्या आप उसका समर्थन करेंगे. जो अक्सर बीजेपी और आरएसएस को उलाहाना देते रहे हैं कि राम मंदिर कब बनेगा तारीख बताईए. मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप उस विधेयक का समर्थन करेंगे.
पी चिदंबरम ने अध्यादेश को बताया असंवैधानिक…
पी चिंदबरम ने आरएसएस की उस मांग को असंवैधानिक करार दिया है, जिसमें आरएसएस लगातार मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग कर रहा है. पूर्व वित्त मंत्री का कहना है कि वर्तमान में ये मामला कोर्ट में लंबित है और ऐसे में अध्यादेश लाना असंवैधानिक होगा.
मुलायम की छोटी बहु मंदिर निर्माण के पक्ष में..
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु अर्पणा यादव ने भी राम मंदिर के पक्ष में अपने विचार रखते हुए कहा कि मैं चाहती हूं कि वहां पर राम मंदिर का निर्माण हो. ये पूछे जाने पर कि क्या वहां मस्जिद नहीं बनना चहिए अर्पणा ने कहा कि रामायण में रामजन्म भूमि का उल्लेख है, इसलिए मैं राम मंदिर के पक्ष में हूं. इतना ही नहीं जब अर्पणा से ये पूछा गया कि क्या आप बीजेपी के साथ है तो अर्पणा ने कहा कि मैं राम के साथ हूं.