देश में असहिष्णुता बढ़ने से संबंधित बयान देने के बाद सार्वजनिक रूप से आमिर खान के विरोध के बीच स्नैपडील द्वारा उन्हें ब्रांड एंबेसडर पद से हटाए जाने के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. भाजपा की एक पूर्व वॉलंटियर ने दावा किया है कि भाजपा के दबाव में स्नैपडील ने आमिर को हटाया था.
भाजपा की सोशल मीडिया टीम की एक पूर्व वालंटियर की किताब के एक अंश में इसका जिक्र है कि भाजपा के आईटी सेल के हेड के दबाव में आकर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील ने आमिर को अपने ब्रांड एंबेसडर पद से हटाया था. गौरतलब है कि 23 नवंबर 2015 को रामनाथ गोयनका अवार्ड समारोह में आमिर ने कहा था कि उनकी पत्नी ने उनसे कहा कि इस देश में असहिष्णुता बढ़ गई है और हमारा परिवार असुरक्षित महसूस करता है. इसलिए हमें लगता है कि देश छोड़ देना चाहिए. आमिर के इस बयान के बाद उनकी चौतरफा आलोचना हुई थी. कई संगठनों ने आमिर विरोध का अभियान चलाया. इसी में स्नैपडील का विरोध भी शामिल था. इसके कुछ महीने बाद ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने आमिर खान का ब्रांड एंबेसेडर का कांट्रेक्ट रिन्यू नहीं किया था.