बंगाल के नारदा केस में एक बार फिर CBI ने जांच तेज़ कर दी है। जांच एजेंसी ने सोमवार को कई जगह छापे मारे। इसके बाद ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोवन चटर्जी से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के बाद सभी को अरेस्ट कर लिया गया। अब इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। CBI कोर्ट से इन चारों नेताओं की कस्टडी मांगेगी।
सबसे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह करीब 10:48 बजे निजाम पैलेस में सीबीआइ के दफ्तर पहुंचीं और गिरफ्तारी का विरोध किया। साथ ही चेतावनी दी कि सीबीआइ को उन्हें भी गिरफ्तार करना होगा। देखते ही देखते सीबीआइ दफ्तर के बाहर टीएमसी कार्यकर्ताओं का हुजूम लगना शुरू हो गया।
पहले यहां सीबीआइ के एक्शन के खिलाफ नारेबाजी हुई और कुछ ही देर में हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि यहां पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।इस दौरान केंद्रीय सुरक्षाबलों पर पत्थर, बोतल और अन्य सामान फेंके गए। यहां तक की तृणमूल कार्यकर्ता ने निजाम पैलेस के मुख्य द्वार पर सुरक्षाबलों द्वारा लगाए गए बैरीकेड को भी तोड़ दिया। जिसके बाद हालात पर काबू करने के लिए सुरक्षाबलों ने हल्का लाठीचार्ज किया।
#WATCH | TMC protesters pelted stones on security forces in West Bengal outside the CBI office. pic.twitter.com/GxGUZmIQxe
— ANI (@ANI) May 17, 2021
बंगाल में कई जगहों पर CRPF जवानों, CBI पर्सनल्स और भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी हमले की खबरे हैं। इसके बाद बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य में फैल रही हिंसा को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। इसकी कॉपी राज्यपाल जगदीप धनखड़ को भी भेजी गई है।