भाजपा ने देश के हर कोने में तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला किया और सभी सांसदों को अपने क्षेत्रों में इसे अमलीजामा पहनाने का जिम्मा सौंपा. 16 से 22 अगस्त तक देश के सभी भाजपा सांसदों ने अपने अपने क्षेत्रों में राष्ट्रीय ध्वज के साथ तिरंगा यात्रा निकाली. लेकिन बेगूसराय के भाजपा सांसद डॅाक्टर भोला सिंह जल्दबाजी और अतिउत्साह में कुछ ऐसा कर गए जिससे अब जिले में भाजपा की हवा निकलती नजर आ रही है.
बेगूसराय जिले में बेगूसराय, बछवाड़ा, तेघड़ा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बखरी एवं चेरियाबरियारपुर सात विधान सभा और एक मात्र बेगूसराय संसदीय क्षेत्र है. सांसद भोला सिंह ने सातों विधान सभा क्षेत्र में 16 से 22 अगस्त तक तिरंगा यात्रा निकालने का कार्यक्रम बनाया. प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में मोटर साइकिल द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गयी. भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय सिंह की मोटर साइकिल पर पीछे बैठे भोला सिंह हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लिए यात्रा का नेतृत्व करते नजर आए. किसी भी विधान सभा क्षेत्र के तिरंगा यात्रा में भाजपा के स्थानीय नामचीन नेता नजर नहीं आए. कई विधान सभा क्षेत्र में उस क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपाई का भी दर्शन नहीं हुआ. अधिकांश स्थापित नेताओं एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा के कार्यक्रम की सूचना नहीं मिलने की बात बताई. पार्टी के पूर्व विधायक, जिला कमिटी के पूर्व एवं वर्तमान पदधारकों को भी यात्रा में शामिल होने का आमंत्रण नहीं दिया गया. इससे भाजपाईयों में व्याप्त गुटवाजी सामने आयी औरा उसे बल मिला.
दूसरी ओर तिरंगा यात्रा में शामिल बाइक चला रहे अधिकांश भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर पर हेलमेट नहीं था. यहां तक कि जिस बाइक पर भोला सिंह बैठ कर तिरंगा यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे, उसके चालक पूर्व जिलाध्यक्ष संजय सिंह एवं वरिष्ठ नेता केशव शांडिल्य के सिर पर भी हेलमेट नहीं था.
इसी कड़ी में तेघड़ा विधान सभा क्षेत्र में भी तिरंगा यात्रा निकाली गयी. क्षेत्रीय नेता केशव शांडिल्य बाइक चला रहे थे. बाइक पर उनके पीछे बैठे सांसद भोला सिंह उल्टा राष्ट्रीय ध्वज संभाले यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे. राष्ट्रीय ध्वज का इस प्रकार अवमानना देखकर यात्रा में शामिल भाजपाई शर्मशार हो गए. इस ओर ध्यान आकृष्ट कराने के बाद राष्ट्रीय ध्वज को सीधा किया गया और यात्रा आगे बढ़ी.