नई दिल्ली : जन अधिकार पार्टी-लोकतांत्रिक के संरक्षक और बिहार के मधुपेरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने सोमवार की रात उनके निवास से गिरफ्तार किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान पटना विधानसभा की तरफ जाते हुए पप्पू यादव के समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद इस गिरफ्तारी का फैसला लिया गया था. गिरफ्तारी से पहले हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. पप्पू यादव के घर पर शाम 5 बजे पुलिस उपाध्यक्ष शिबली नोमानी के नेतृत्व में पहुंची 500 पुलिसकर्मियों की टीम चार घंटे से ज्यादा की मशक्कत के बाद रात 9:15 बजे के आसपास पप्पू यादव को गिरफ्तार कर सकी.
सांसद के निवास पर पहले से उनके सैकड़ों समर्थक मौजूद थे. इनसे घिरे पप्पू यादव ने कहा कि वे पुलिस को बिना वॉरन्ट के उन्हें गिरफ्तार नहीं करने देंगे. इसके बाद आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस ने उच्चाधिकारियों के निर्देशों का इंतजार किया. फिर रात यह सवा नौ बजे के करीब पुलिस के पास, करगिल चौक पर उपद्रव करने के केस से संबंधित अरेस्ट वॉरन्ट पहुंचा. इसके बाद पप्पू यादव को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने आरोप लगाया कि जब पुलिस प्रदर्शनकारियों को असेंबली की ओर जाने से रोक रही थी, उस समय पप्पू यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को हमला करने के लिए उकसाया.
गौरतलब है कि राज्य में पावर टैरिफ में 55 प्रतिशत (औसत) की बढ़ोतरी और बिहार स्टाफ सिलेक्शन कमिशन के प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में जांच की मांग को लेकर पप्पू यादव की पार्टी जन अधिकार पार्टी-लोकतांत्रिक की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था. बिहार विधानसभा की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को जब पुलिस ने रोका, तो वे हिंसक हो उठे और पुलिस पर पथराव करने लगे. उन्हें रोकने के लिए पुलिस को वॉटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. इसके बाद भी जब प्रदर्शनकारी अड़े रहे, तो पुलिस ने लाठीचार्च किया, जिसमें करीब 50 लोग चोटिल हो गए. इस कार्रवाई में पप्पू यादव को भी चोट लगी.
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