नई दिल्ली : अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने को ले कर चल रहे मामले में सीबीआई आज भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 13 लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपना लिखित पक्ष रखेगी। इसके बाद कल 7 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई की जाएगी।
जस्टिस पीसी घोष और आरएफ नारीमन की पीठ ने इस साल 6 मार्च को हुई सुनवाई में कहा था कि तकनीकी आधार पर 13 व्यक्तियों को आरोपमुक्त किया गया था। वे तकनीकी आधार पर आरोपमुक्त करना स्वीकार नहीं करेंगे और पूरक आरोपपत्र की अनुमति देंगे।
पीठ की ताराफ से यह कहा गया था दोनों मुकदमों को एक साथ कर देते और इनकी संयुक्त रूप से सुनवाई करवाई जाए लेकिन इस पर बचाव पक्ष के वकील ने कड़ी आपत्ति जताई।
पहला मामला विवादित ढांचा गिराए जाने मामले में भाजपा नेताओं सहित 13 व्यक्तियों को आपराधिक साजिश के आरोप से मुक्त कर दिया गया था। इसकी सुनवाई रायबरेली की विशेष अदालत में हो रही है। जबकि दूसरा मामला अज्ञात कारसेवकों के खिलाफ है जो विवादित ढांचे के पास मौजूद थे. इस केस की सुनवाई लखनऊ में की चल रही है.