सावन शरू होने के साथ ही कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है. हरिद्वार में कांवड़ियों की भीड़ के बीच जाने-माने ‘गोल्डन बाबा’ भी कांवड़ यात्रा के लिए पहुंच गए हैं. इस बार उन्होंने कुल 17 किलो सोना पहना हुआ है. ‘गोल्डन बाबा’ के मुताबिक, वे 2018 में 25वीं बार कांवड़ यात्रा पर आए हैं, जो कि उनकी आखिरी कांवड़ यात्रा हो सकती है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गोल्डन बाबा उत्तराखंड के हरिद्वार से कांवड़ यात्रा शुरू कर रहे हैं, जो कि उनकी 25वीं यात्रा यानी सिल्वर जुबली है. कांवड़ यात्रा के दौरान उन्होंने सुरक्षाकर्मियों और अन्य श्रद्धालुओं के साथ तस्वीरें भी खींचवाईं. अपनी करीब 200 किलोमीटर की यात्रा के दौरान गोल्डन बाबा अलग-अलग शहरों में ठहरते हैं. बाबा के भक्त उनकी एक झलक पाने के लिए तरसते रहते हैं.
गोल्डन बाबा ने सोने का हार, सोने के ताले, सोने के छल्ले और अन्य सोने के गहने पहने हुए हैं. गोल्डन बाबा की सुरक्षा के लिए 25 पुलिसकर्मियों का घेरा तैनात रहता है. गोल्डन बाबा ने बताया कि रुड़की के कारीगर से विशेष रूप से उन्होंने कांवड़ तैयार कराई है, जो करीब डेढ़ करोड़ रुपए की है और इसे सोने के पत्र से सजाया गया है. कांवड़ में रखी शिव प्रतिमा को भी स्वर्ण आभूषण से सुसज्जित किया गया है.
पिछले साल वे कांवड़ यात्रा में 13 किलो सोना शरीर पर धारण किए हुए थे. लेकिन इस बार इसमें चार किलो का इजाफा करते हुए 17 किलो सोना धारण किया है. इस पूरे सोने की कीमत तकरीबन पांच करोड़ रुपये है. हर साल हरिद्वार में कांवड़ लेकर आने वाले गोल्डन बाबा की कुल संपत्ति 150 करोड़ रुपये है. उन्हें सोने के गहने पहनने का काफी शौक है. वे इस बार 17 किलो सोना पहने हुए हैं. इसके अलावा हाथों में कीमती अंगूठियां हैं, जो कि हीरों से जड़ी हुई हैं. इसके अलावा वे रोलेक्स की खास घड़ी पहनते हैं, जिसकी कीमत 27 लाख रुपये के करीब है.